
जेनेवा। टैरिफ युद्ध के बाद अब अमेरिका और चीन के बीच व्यापार समझौता होने जा रहा है। अमेरिका के वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने रविवार को ये एलान किया। बेसेंट ने कहा कि अमेरिका और चीन के बीच व्यापार समझौते पर बातचीत पूरी हो गई है। इस बारे में अब ट्रंप प्रशासन पूरी जानकारी देगा। अमेरिका के राष्ट्रपति के आवास व्हाइट हाउस की ओर से कहा गया कि जेनेवा में चीन के साथ व्यापार समझौता के बारे में सहमति बन गई है। अमेरिका और चीन के प्रतिनिधियों ने शनिवार और रविवार को बातचीत के बाद ये अहम फैसला किया है।
🟢Chinese Vice Premier He Lifeng:The #China–#US high-level meeting on economic and trade affairs were in-depth, candid and constructive.
🟢The two sides have reached a series of major consensuses and have also agreed to establish an economic and trade consultation mechanism.… pic.twitter.com/o3s9kWdtlT
— Chinese Embassy in US (@ChineseEmbinUS) May 12, 2025
जेनेवा में चीन के प्रतिनिधियों से बातचीत के बाद अमेरिका के व्यापार प्रतिनिधि जेमिसन ग्रीर ने मीडिया को बताया कि जितना सोचा गया था, उतना कारोबार में अंतर नहीं था। ग्रीर ने कहा कि चीन के प्रतिनिधि बातचीत में कठोर रुख अपनाए हुए थे। चीन की तरफ से डिप्टी पीएम ही लीफेंग के साथ अन्य लोग थे। जबकि, अमेरिका की तरफ से जेमिसन ग्रीर और स्कॉट बेसेंट ने बातचीत में हिस्सा लिया। अमेरिका और चीन के बीच अब टैरिफ युद्ध खत्म होने के आसार हैं। डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका का राष्ट्रपति पद संभालने के बाद तमाम देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ का एलान किया था। उन्होंने चीन पर भी टैरिफ लगाया और इसके बाद अमेरिका और चीन के बीच टैरिफ वॉर शुरू हुआ। इस युद्ध में ट्रंप ने चीन पर लगातार टैरिफ बढ़ाया और इसे 145 फीसदी तक पहुंचा दिया। जबकि, चीन ने भी बदले में अमेरिका के सामान पर 125 फीसदी टैरिफ कर दिया था।
US officials said they reached a ‘deal’ with China to cut the trade deficit, but offered no details as two days of negotiations concluded in Geneva https://t.co/Db1xSu53DP pic.twitter.com/hwEZBzFMyL
— Reuters (@Reuters) May 12, 2025
इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को संकेत दिए थे कि चीन के सामान पर वो टैरिफ घटा सकते हैं। ट्रंप ने कहा था कि चीन पर अब 80 फीसदी टैरिफ ठीक रहेगा। अब अमेरिका और चीन के बीच व्यापार समझौता होने के बाद इस टैरिफ को और घटाए जाने की उम्मीद है। अमेरिका में चीन का काफी सामान बिकता है। ऐसे में चीन भी चाहता था कि कोई हल निकल आए। इसी वजह से चीन की सरकार ट्रंप प्रशासन के प्रतिनिधियों से बातचीत के लिए तैयार हुई। अब अमेरिका और चीन की तरफ से व्यापार समझौते की पूरी जानकारी देने के बाद ही पता चलेगा कि किसे इससे कितना फायदा होता है।