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मर्केल ने ब्रेक्जिट के बाद ईयू से कमजोर संबंध को लेकर ब्रिटेन को चेताया

ब्रिटेन और येरोपीय संघ के बीच में बातचीत इस बात पर अटकी है कि ब्रिटेन को जीरो-टैरिफ व्यापार सौदे में वापस जाने के लिए उसे ब्लाक के विकसित राज्य सहायता नियमों और सामान्य पर्यावरणीय, सामाजिक और श्रम मानकों के साथ खुद को जोड़ना पड़ेगा।

लंदन। जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने संकेत दिए हैं कि ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से अलग होने के बाद व्यापार के साथ ‘कोई समझौता’ नहीं किया जाएगा। ब्रेक्जिट जनमत संग्रह की चौथी वर्षगांठ पर यूरोपीय अखबारों के एक समूह के समक्ष बोलते हुए मर्केल ने कहा, “ब्रिटेन को बोरिस जॉनसन के परिणामों को साथ जीना होगा’, जिन्होंने ब्रेक्जिट के बाद ईयू से करीबी व्यापारिक संबंध बनाए रखने के थेरेसा मे की योजना से दूरी बना ली।”

German Chancellor Angela Merkel

बयाजनबाजी ने ब्रिटिश प्रेस की उन अटकलों को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया था कि मर्केल अंतिम समय के सौदे के लिए ईयू की रेड लाईन के प्रति नरम रूख अख्तियार कर सकती हैं। वर्ष की समाप्ति तक नो-डील परिपेक्ष्य के प्रति कड़ा रुख अख्तियार करते हुए, मर्केल ने कहा, “हमें उस विचार को जाने देने की जरूरत है कि ब्रिटेन क्या चाहता है, उसके बारे में हम स्पष्टीकरण दें। इसके बारे में ब्रिटेन को बताना है और हम, ईयू 27 उसी के अनुसार प्रतिक्रिया देंगे।”

उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा समय में उनकी प्राथमिकता यह है कि यूरोप के लिए महामारी बचाव योजना लाया जाए, ताकि यूरोप को 1930 के बाद सबसे खराब आर्थिक संकट में जाने से बचाया जा सके। जर्मनी जुलाई में ही ईयू की अध्यक्षता मिली है। मर्केल ने कहा, “अगर ब्रिटेन ईयू की तरह में पर्यावरण, श्रम बाजार या सामाजिक मानकों के नियम नहीं अपनाता है तो हमारे उनसे संबंध में गिरावट आएगी।”

ब्रिटेन और येरोपीय संघ के बीच में बातचीत इस बात पर अटकी है कि ब्रिटेन को जीरो-टैरिफ व्यापार सौदे में वापस जाने के लिए उसे ब्लाक के विकसित राज्य सहायता नियमों और सामान्य पर्यावरणीय, सामाजिक और श्रम मानकों के साथ खुद को जोड़ना पड़ेगा।

German Chancellor Angela Merkel

मर्केल ने लगातार समझौते को लेकर अपने खुले विचार सामने रखे हैं, जोकि ब्रिटेन के ब्लॉक के साथ व्यापार के मौजूद फ्लो को जारी रखने के पक्ष में है। उन्होंने हालांकि अब संकेत दिए हैं कि इस तरह के समझौते के लिए अब दरवाजे बंद हो गए हैं।