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अब चीन अमेरिका के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चालू, ड्रैगन बोला अमेरिका ने हमारे यहां फैलाए ‘एलियन’ वायरस

चीन ने दावा किया है कि उसके देश में अमेरिका ने एलियन प्रजातियां भेज दी हैं, जिसकी वजह से चीन का पर्यावरण, इकोलॉजी और जीव-जंतु खत्म हो रहे हैं।

बीजिंग। कोरोनावायरस की वजह से दुनियाभर में सवालों के घेरे में खड़ा चीन अब दूसरों पर उल्टे आरोप जड़ने की कोशिश में जुट गया है। चीन ने दावा किया है कि उसके देश में अमेरिका ने एलियन प्रजातियां भेज दी हैं, जिसकी वजह से चीन का पर्यावरण, इकोलॉजी और जीव-जंतु खत्म हो रहे हैं। ये एलियन प्रजातियां वायरस की हैं, जो फसलें खराब कर रही हैं। इन एलियन प्रजातियों की वजह से चीन को एक और मौका मिल गया है अमेरिका पर धावा बोलने का। कोरोनावायरस को लेकर दोनों देशों में लगातार तनावपूर्ण माहौल चल रहा है।

चीन के पर्यावरण मंत्रालय से संबद्ध नानजिंग इंस्टीट्यूट ऑफ एनवॉयरॉनमेंटल साइंस के एसोसिएट रिसर्चर मा फांगझोउ ने कहा कि चीन में 660 इन्वेसिव एलियन स्पीसीज (Invasive Alien Species – IAS) यानी आक्रामक एलियन प्रजातियां खोजी गई है। इनमें से 71 तो बेहद खतरनाक हैं। इनकी वजह से चीन की घरेलू प्रजातियों को खतरा है।

मा फांगझोउ ने कहा कि इन 660 इन्वेसिव एलियन प्रजातियों में से करीब 51 फीसदी अमेरिका से चीन में पहुंचे हैं। जिनकी वजह से चीन का पर्यावरण, इकोलॉजी और जीव-जंतु बुरी तरह से प्रभावित हो रहे हैं।

मा फांगझोउ ने कहा कि चीन में ये प्रजातियां अंतरराष्ट्रीय मार्गों से होते हुए पहुंची हैं। इनमें से सबसे ज्यादा खतरनाक है पोपलर मोजैक वायरस। इसकी वजह से फसलें खराब हो रही हैं। यह वायरस अमेरिका से बीजों और पौधों की कंटिग्स के साथ चीन आया। आक्रामक एलियन प्रजातियां एक देश से दूसरे देशों में अनाज, तेल, कार्गो या सामान के साथ चली जाती हैं। इसके बाद यहां तो विकसित होती हैं या फिर मौसम की वजह से मारी जाती है। लेकिन चीन ने अमेरिका पर आरोप लगाकर नया दांव चला है।

मा फांगझोउ ने कहा कि चीन में राइस ग्रास प्रजाति एलियन प्रजाति में शामिल है। ये चीन के तटीय इलाकों में बहुत तेजी से फैल रही है। लेकिन इसका चीन से कोई लेना-देना नहीं है। ये अमेरिका से किसी तरह चीन में आ गई है। फांगझोउ ने कहा कि IAS की वजह से घरेलू प्रजातियां, फसलें, जीव-जंतु और यहां तक की इंसानों पर भी असर पड़ता है। इसकी वजह से घरेलू पर्यावरण ज्यादा बुरी तरह से प्रभावित होता है।

चीन के दक्षिण-पूर्व तटों पर बाहर से आई माइक्रोएल्गी और सी-बीन्स चीन के घरेलू मैनग्रूव्स हैलाफाइट को खत्म कर रहे हैं। माइक्रोएल्गी और सी-बीन्स बहुत तेजी से फैल रहे हैं। यहां तक कि मैनग्रूव्स की डीएनए तक में इन्होंने बदलाव कर डाला है। ये आपस में हाइब्रिड बना ले रहे हैं।

मा फांगझोउ ने बताया कि हमने जो सर्वे किया है उसमें यह बात साफ नजर आई है कि 215 इन्वेसिव एलियन प्रजातियां चीन के 67 नेशनल नेचर रिजर्व में फैल गई हैं। इनमें से 48 को IAS की इन्वेंटरी लिस्ट में डाला गया है। फांगझोउ ने कहा कि चीन के नेशनल नेचर रिजर्व के लिए ये बेहद खतरनाक स्थिति है। इसकी वजह से पूरे देश की पारस्थितिकी और पर्यावरण में बड़े बदलाव हो रहे हैं और आगे भी होंगे।