newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

विश्व में सबसे मजबूत भारतीय माउंटेन आर्मी से डरकर पीछे हट गया चीन, चीनी सरकार की मैगजीन में खुलासा

इस लेख में लिखा गया है कि पर्वतारोहण भारतीय सेना का अनिवार्य गुण है। भारतीय सेना का हर जवान इसमें कुशल होता है। भारत ने बड़ी संख्या में प्रोफेशनल पर्वतारोहियों को भर्ती किया है, इसमें प्राइवेट सेक्टर के भी पर्वतारोही शामिल हैं।

नई दिल्ली। चीन की अपनी मैगजीन में चीनी सरकार के डर का बड़ा खुलासा हुआ है। इस मैगजीन के मुताबिक भारत के पास दुनिया की सबसे प्रशिक्षित और मजबूत माउंटेन आर्मी है जो ऊंचाई वाली जगहों पर युद्ध लड़ने और जीतने में सक्षम है। चीन की यह मैगजीन वहां की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के लिए साजो सामान बनाने वाली संस्था का मुखपत्र है।

Indian China LAC

चीन की इस मैगजीन का नाम मार्डन वीपेनरी है। इसके सीनियर एडिटर हुआंग गुओझी ने इस मैगजीन में लिखा कि आज की तारीख में पहाड़ों में लड़ने वाली सबसे बड़ी और अनुभवी सेना, न यूएस के पास है, न रूस के पास और न ही  किसी यूरोपियन ताकत के पास है। ये सेना सिर्फ भारत के पास है। चीन की यह मैगजीन चीनी सरकार के संस्थान चाइना नार्थ इंडस्ट्रीज ग्रुप कोआपरेशन लिमिटेड से जुड़ी हुई है जो चीन की सेना के लिए मैकेनाइज्ड और डिजिटाइज्ड साजो सामान की सप्लाई करता है। चीन की इस संस्था का ताल्लुक राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बेल्ट एंड रोड इनीशिएटिव से भी है।

Indian -China Army

इस लेख में लिखा गया है कि पर्वतारोहण भारतीय सेना का अनिवार्य गुण है। भारतीय सेना का हर जवान इसमें कुशल होता है। भारत ने बड़ी संख्या में प्रोफेशनल पर्वतारोहियों को भर्ती किया है, इसमें प्राइवेट सेक्टर के भी पर्वतारोही शामिल हैं। इस लेख में लिखा गया  है कि भारतीय सेना की 12 डिवीजन में 2 लाख से अधिक पर्वतारोही ट्रूप हैं और यह दुनिया की सबसे बड़ी माउंटेन फोर्स है।

Indian Army celebrates at Siachen Glacier1

इस लेख में यह भी लिखा है कि भारतीय सेना ने 5000 मीटर की ऊंचाई पर सियाचिन ग्लेशियर पर सैकड़ों आउटपोस्ट बनाए हुए हैं। यहां पर 6 से 7 हजार लड़ाके तैनात हैं। अहम बात है कि चीन की सेना लद्धाख में पीछे हट चुकी है। उसके पीछे हटने के बाद चीनी मीडिया में यह लेख सामने आया है।