नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस के मामलों में कमी दर्ज की गई है। जिसके बाद से सरकार ने भी कई जगहों पर छूट दे दी है। कई जगहों पर रियायत दे दी है, तो कई बाजार भी वापिस खोल दिए गए हैं। लेकिन सरकार से मिली रियायतों के बाद लोगों ने भी लापरवाही करनी शुरू कर दी है। बाजारों में भी भारी भीड़ देखी जा रही है तो वही पर्यटक स्थलों पर भी भारी संख्या में लोग मौजूद हैं। वहीं कोरोना की तीसरी लहर को लेकर विशेषज्ञों ने एक बार फिर से चेतावनी दी है।
इस मामले पर एक एक्सपर्ट्स का बयान भी सामने आया है जहां उन्होंने कहा कि अभी भी कोरोना को लेकर सुरक्षात्मक रवैया अपनाने की जरूरत है। कहा जा रहा है कि कोरोना की तीसरी लहर का असर सबसे ज्यादा बच्चों पर देखा जाएगा। आपको बता दें कि यह बात इंडोनेशिया में सच साबित भी हो रही है। दरअसल इंडोनेशिया में कोरोना की वजह से सैकड़ों बच्चों की मौत हो गई है। मरने वाले इन बच्चों में ज्यादातर 5 साल से कम उम्र के बच्चे शामिल थे। बताया गया है कि यहां केवल एक सप्ताह के अंदर 100 से ज्यादा मासूमों की मौत हो गई।
इंडोनेशिया में इस महीने कोरोना वायरस की वजह से सप्ताहभर में 100 से ज्यादा मौतें हुईं। इंडोनेशिया में कोरोना अपनी चरम सीमा पर देखा जा रहा है। यहां कोरोना अब बच्चों को अपनी चपेट में ले रहा है। यहां शुक्रवार को लगभग 50 हजार नए केस सामने आए थे और 1,566 लोगों की मौत दर्ज की गई थी। इंडोनेशिया में बाल रोग विशेषज्ञों की रिपोर्ट के आधार पर देश के कुल मामलों में 12.5 प्रतिशत मामले बच्चों के हैं। ये पिछले महीने की तुलना में ज्यादा है। सिर्फ 12 जुलाई के सप्ताह के दौरान कोरोना से 150 से अधिक बच्चों की मौत हो गई, इनमें से लगभग आधे बच्चे 5 साल से कम उम्र के बताए जा रहे हैं।
इंडोनेशिया में कोरोना महामारी शुरू होने से लेकर अब तक 18 साल से कम के 800 से ज्यादा बच्चों की मौत गई है। जिनमें से ज्यादातर मौतें पिछले महीने हुई हैं। यहां अस्पताल अपनी क्षमता से ज्यादा भरे पड़े हैं।