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अमेरिका का WHO में वापस शामिल होने को लेकर बड़ा बयान, कहा जरूरत पड़ने पर खुद बना लेंगे संगठन

अमेरिका शायद फिर कभी विश्व स्वास्थ्य संगठन को अपनी फंडिंग चालू नहीं करेगा, अगर जरूरत पड़ी तो वह स्वास्थ्य को लेकर खुद अपना वैश्विक संगठन बना लेंगे।

वॉशिंगटन। वैश्विक महामारी कोरोनावायरस के चलते यूरोप के कई देशों में हाहाकार मचा हुआ है तो वही दुनिया की महाशक्ति अमेरिका में इस महामारी ने ऐसा कहर बरपाया है जो सदियों तक याद रखा जाएगा। चीन से शुरू हुआ यह वायरस अमेरिका पर मौत बनकर टूटा है और अमेरिका के अंदर कोविड-19 से मौत के आंकड़े इतनी तेजी से बढ़ रहे हैं कि सरकार को इससे लड़ने का कोई उपाय नहीं सूझ रहा।

AMERICA CORONA

अबतक यहां 8 लाख से ज्यादा लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं, जबकि करीब 50 हजार लोगों की जान चली गई है। इस बीच अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो का कहना है कि अमेरिका शायद फिर कभी विश्व स्वास्थ्य संगठन को अपनी फंडिंग चालू नहीं करेगा, अगर जरूरत पड़ी तो वह स्वास्थ्य को लेकर खुद अपना वैश्विक संगठन बना लेंगे।

बता दें कोरोना वायरस महामारी को लेकर चीन के साथ मिली भगत का आरोप लगाने के साथ ही अमेरिका ने विश्व स्वास्थ्य संगठन को देने वाली फंडिंग को रोकने का फैसला किया था। अमेरिका लगातार चीन और विश्व स्वास्थ्य संगठन पर आक्रमक रुख अपनाए हुए है। अब माइक पोम्पियो ने इसपर और भी आक्रामक तेवर के संकेत दिए हैं।

trump and who

इस बारे में अमेरिकी चैनल फोक्स न्यूज़ को दिए एक इंटरव्यू में माइक पोम्पियो ने कहा कि अब वक्त सिर्फ विश्व स्वास्थ्य संगठन में नेतृत्व के बदलाव का नहीं है, बल्कि वक्त है कि संगठन ही बदल दिया जाए। अमेरिका अब कभी भी इस संगठन में वापसी नहीं करेगा। गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा डब्लू एच ओ की फंडिंग रोके जाने के बाद चीन ने अमेरिका के फैसले की आलोचना की थी। वही माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स ने भी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस फैसले पर आलोचना की थी