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कोरोनावायरस के कोहराम से त्राहिमाम कर रहे इटली के प्रधानमंत्री से कई घंटे पूछताछ

दुनिया में स्वास्थ्य सुविधाओं में दूसरे नंबर पर माने जाने वाले इटली में तो इस वायरस ने ऐसा कहर बरपाया कि वहां की सारी स्वास्थ्य व्यवस्थाएं धाराशायी हो गई।

नई दिल्ली। कोरोना ने पूरी दुनिया में अपना कोहराम मचा रखा है। दुनिया में स्वास्थ्य सुविधाओं में दूसरे नंबर पर माने जाने वाले इटली में तो इस वायरस ने ऐसा कहर बरपाया कि वहां की सारी स्वास्थ्य व्यवस्थाएं धाराशायी हो गई। इटली में 34 हजार से ज्यादा जिंदगियां इस कोरोनावायरस ने खत्म कर दी। ढाई लाख के करीब यहां संक्रमित मरीज के आंकड़े हैं।

Italy Corona

अब कोरोनावायरस को लेकर लापरवाही के आरोपों के बाद इटली के प्रधानमंत्री ज्यूसेप कोंटे से लोक अभियोजकों ने पूछताछ की। बता दें कि कोरोना वायरस के संक्रमण से मरे हुए लोगों के परिजनों ने सरकार के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज करवाया था। जिसके बाद शुक्रवार को प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से लोक अभियोजकों ने लंबी पूछताछ की।

italy prime minister

रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रधानमंत्री ज्यूसेप कोंटे से अभियोजकों ने तीन घंटे तक पूछताछ की। जिसमें उनसे लॉकडाउन पॉलिसी को लेकर कई सवाल पूछे गए। लोगों ने कहा था कि सरकारी लापरवाही की वजह से संक्रमण फैला। सरकार ने समय रहते कोरोना वायरस के हॉटस्पाट को सील नहीं किया।

Italy corona

नोइ डेनुन्सेरेमो नाम के एक नागरिक समूह ने इटली के बरगैमो शहर में पचास कानूनी शिकायतें दर्ज कराई हैं। परिवारवालों का आरोप है कि लोम्बार्डी में कोरोना वायरस के ज्यादा मामले आने के बाद भी उसके दो कस्बों अल्ज़ानो और नेम्ब्रो को रेड जोन घोषित नहीं किया। सरकारी अधिकारियों के लापरवाही के कारण कोरोना वायरस का संक्रण देश के दूसरे हिस्सों में फैला।

बरगैमो शहर में इतनी संख्या में शिकायतों को लेकर यहां के लोक अभियोजक ने रोम में आकर प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और रक्षामंत्री से पूछताछ की। वहीं, लोगों ने कहा कि कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित लोम्बार्डी में विपक्षी पार्टी का शासन है इसलिए प्रधानमंत्री से पूछताछ करने का सवाल ही नहीं बनता। इसके लिए पीएम को दोषी नहीं ठहराया जा सकता है।

पीएम ज्यूसेप कोंटे के अलावा बर्गामो के मुख्य अभियोजक मारिया क्रिस्टीना रोटा की अगुवाई वाली टीम ने इटली के आंतरिक मंत्री लुसियाना लामोर्गिस और स्वास्थ्य मंत्री रॉबर्टो स्पेरन्ज़ा से भी पूछताछ की। यह टीम पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या प्रधानमंत्री ने आपराधिक लापरवाही तो नहीं की। बता दें कि लोम्बार्डी वही स्थान है जहां यूरोप में कोरोना वायरस का संक्रमण सबसे पहले फैला था।