अमेरिका में सबके लिए अनिवार्य नहीं होगा कोरोना वैक्सीन लगवाना, स्वेच्छा से ले सकते हैं निर्णय
किसी भी दर पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प(Donald Trump) के प्रशासन ने छह कंपनियों से लाखों-करोड़ों वैक्सीन(Corona Vaccine) खुराक लेने के लिए ऑर्डर दिया है। इन्हें मुफ्त में बांटा जाएगा।
नई दिल्ली। कोरोना से निजात दिलाने के लिए हर कोई वैक्सीन का इंतजार कर रहा है। माना जा रहा है कि ये इंतजार साल के आखिरी में खत्म हो सकता है। ऐसे में अमेरिका में कोरोना वैक्सीन को लेकर एक खबर सामने आई है कि, अमेरिका में सभी को वैक्सीन लगवाना पड़े, ये जरूरी नहीं होगा। बता दें कि अमेरिका के शीर्ष संक्रामक रोगों के अधिकारी एंथनी फौसी ने बुधवार को कहा कि सरकार आम जनता के लिए भविष्य में कोई COVID-19 वैक्सीन अनिवार्य नहीं बनाएगी।
हालांकि उनके मुताबिक स्थानीय क्षेत्राधिकार के पास ये अधिकार होगा कि वे इसे कुछ समूहों के लिए अनिवार्य कर सकते हैं। व्हाइट हाउस कोरोना वायरस टास्क फोर्स के सदस्य फाउसी ने जॉर्ज वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, ‘आप किसी को भी टीका लगाने के लिए बाध्य नहीं कर सकते। ना ही उस पर दबाव बना सकते हैं। हमने ऐसा कभी नहीं किया।’ उन्होंने कहा, ‘आप इसे हेल्थ वर्कर्स के लिए अनिवार्य कर सकते हैं। लेकिन सामान्य आबादी के लिए आप नहीं कर सकते।’ उन्होंने राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान के उदाहरण का हवाला देते हुए कहा, जहां हेल्थ वर्कर्स फ्लू के शॉट के बिना रोगियों का इलाज नहीं कर सकते।
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कुछ घंटे पहले घोषणा की थी कि कोरोनो वायरस के टीके एक बार स्वीकृत होने पर चिकित्सा छूट पर रोक लगाते हुए अपने देश में सभी के लिए अनिवार्य होंगे लेकिन संयुक्त राज्य अमेरिका की सरकार की विकेंद्रीकृत प्रणाली और दशकों से टीका-विरोधी भावनाओं ने किसी भी मामले में अनिवार्य टीकाकरण के कार्यक्रम को असंभव बना दिया।
हालांकि, यह राज्यों को बच्चों को स्कूल जाने के लिए वैक्सीन अनिवार्य करने से नहीं रोकता है. हालांकि कुछ को चिकित्सा या धार्मिक कारणों से छूट दी गई है। किसी भी दर पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के प्रशासन ने छह कंपनियों से लाखों-करोड़ों वैक्सीन खुराक लेने के लिए ऑर्डर दिया है। इन्हें मुफ्त में बांटा जाएगा। बता दें कि अमेरिका में अब तक कोरोना वायरस के 57,00,931 केस सामने आ चुके हैं। साथ ही 1.76 लाख लोगों की मौत हुई है।