
वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिए हैं कि वो दूसरे देशों के उत्पादों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने का मसला टाल सकते हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि 9 जुलाई से रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने का मसला लचीला है। ये इस पर निर्भर करता है कि दूसरे देशों से अमेरिका की व्यापार संबंधी बातचीत क्या दिशा लेती है। डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के सामने बड़ी मांग भी रखी। ट्रंप ने भारत के बाजारों तक अमेरिका की पूरी पहुंच और व्यापार संबंधी बाधाओं को हटाने की मांग की है। ट्रंप ने पहले एलान किया था कि 9 जुलाई से अन्य देशों के उत्पादों पर वो रेसिप्रोकल टैरिफ लगाएंगे। फिलहाल डोनाल्ड ट्रंप ने अन्य देशों पर 10 फीसदी के फ्लैट रेट से टैरिफ लगा रखा है।
US President Donald Trump reacts to tariff talks with India- #WATCH
He has demanded full access to Indian markets and the dismantling of trade barriers.@RishabhMPratap & @prathibhatweets with more details. pic.twitter.com/oDoUd27iXP
— TIMES NOW (@TimesNow) June 28, 2025
डोनाल्ड ट्रंप ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम जो चाहें कर सकते हैं। ट्रंप ने कहा कि रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने की समयसीमा को वो छोटा करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मेरा मन है कि सभी देशों को चिट्ठी भेज दूं। जिसमें लिखा हो कि आप 25 फीसदी टैरिफ देंगे। हम इस समयसीमा को बढ़ा या घटा सकते हैं। इससे पहले व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने मीडिया से कहा था कि रेसिप्रोकल टैरिफ पर 9 जुलाई की समयसीमा जरूरी नहीं है। लेविट ने कहा था कि ट्रंप इसे बदल सकते हैं। वहीं, अमेरिका के वित्त सचिव स्कॉट बेसेंट ने भी कहा कि कई देश अच्छे प्रस्ताव दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका के 18 प्रमुख व्यापार पार्टनर हैं। अगर इनमें से 10-12 से समझौता हो जाता है, तो लेबर डे (सितंबर के पहले हफ्ते) तक 20 अन्य देशों से बातचीत को पूरा कर सकते हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पद संभालने के बाद अन्य देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने का फैसला किया था। उन्होंने अमेरिका से व्यापार करने वाले अन्य देशों पर टैरिफ लगा भी दिया था। बाद में ट्रंप ने रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने की समयसीमा बढ़ाकर 9 जुलाई कर दी थी। भारत पर भी ट्रंप ने 26 फीसदी रेसिप्रोकल टैरिफ लगाया था। बीते दिनों ही ट्रंप ने एलान किया है कि भारत और अमेरिका के बीच बड़ा व्यापार समझौता होने जा रहा है। चीन से ट्रंप की सरकार ने व्यापार समझौता कर भी लिया है। ट्रंप का कहना है कि अन्य देशों ने टैरिफ लगाकर अब तक अमेरिका को लूटा है। जो देश अमेरिका के उत्पादों पर टैरिफ नहीं हटाएंगे, उनसे अमेरिका भी रेसिप्रोकल टैरिफ वसूलेगा।