
नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले से भारत के पड़ोसी देशों पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल को बड़ा झटका लगा है। दरअसल ट्रंप अमेरिका फर्स्ट नीति को ध्यान में रखकर काम कर हैं और अपने इसी एजेंडे के चलते उन्होंने दूसरे देशों को अमेरिका के द्वारा दी जाने वाली आर्थिक सहायता पर रोक लगाने का निर्णय लिया है। पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल को अमेरिका से बड़ी वित्तीय सहायता मिलती है यही कारण है कि अब इन देशों की सरकारों की नींद उड़ी हुई है। हालांकि इजरायल, मिस्र और अमेरिका के मुख्य मध्य-पूर्वी देशों को अमेरिकी मदद जारी रहेगी।
डोनाल्ड ट्रंप ने तत्काल प्रभाव से उपरोक्त एशियाई देशों को मिलने वाली अमेरिकी फंडिंग पर फिलहाल 90 दिनों के लिए अस्थाई रोक लगा दी है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपनी सरकार के अधिकारियों को अमेरिकी वित्तीय सहायता प्रोगाम के संबंध में पुनर्मूल्यांकन करने को कहा है इसके बाद यह तय किया जाएगा कि पाकिस्तान, नेपाल और बांग्लादेश को अमेरिकी वित्तीय मदद आगे भी जारी रखी जाए या इसे स्थाई रूप से बंद कर दिया जाए। अमेरिकी सरकार की बेवसाइट के मुताबिक पाकिस्तान अमेरिकी से वित्तीय मदद पाने वाला दुनिया का 20वां सबसे बड़ा देश है। 20 सालों में अमेरिका ने पाकिस्तान को 32 अरब डॉलर की आर्थिक मदद दी है।
पाकिस्तान में अमेरिका की मदद से बहुत सी विकास परियोजनाएं चल रही हैं जो अब रुक जाएंगी। वहीं बांग्लादेश अमेरिकी मदद पाने वाले शीर्ष 10 देशों में सातवें स्थान पर है। यहा विकास कार्यों के लिए अमेरिका से अच्छी खासी मदद मिलती है मगर अब आर्थिक सहायता बंद होने के चलते बांग्लादेश के बहुत से डेवलपमेंट्स प्रोजेक्ट अधर में लटक जाएंगे। ऐसा ही कुछ हाल नेपाल का भी है। नेपाल विकास कार्यों के लिए अमेरिकी मदद पाने वाले देशों में 19वें स्थान पर है। साल 2020-21 में अमेरिका ने नेपाल को 10.5 करोड़ डॉलर और उससे पहले साल 2018-19 में अमेरिका ने 12.5 करोड़ डॉलर की आर्थिक सहायता नेपाल को दी थी।