नई दिल्ली। कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच अरब क्षेत्र में महिलाओं व लड़कियों को घरेलू हिंसा और सामाजिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है और उनकी स्थिति और खराब हो गई है। संयुक्त राष्ट्र की इकोनॉमी एंड सोशल कमीशन फॉर वेस्टर्न एशिया (ईएससीडब्ल्यूए) की एक नई पॉलिसी ब्रिफ में इस बात की जानकारी दी गई है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने ईएससीडब्ल्यूए की एग्जीक्यूटिव सेक्रेटरी रोला दशति के सोमवार के बयान के हवाले से कहा, “वर्तमान में जारी लॉकडाउन के बीच विश्व और अरब क्षेत्र में घरेलू हिंसा में वृद्धि हुई है।”
उन्होंने कहा, “ऐसा माना जा रहा है कि लागू लॉकडाउन में जारी क्वारंटाइन, आर्थिक तनाव, खाद्य असुरक्षा और वायरस (कोविड-19) के संपर्क में आने की आशंका के कारण महिलाओं के साथ हिंसा की घटना में तेजी देखने को मिल रही है।” शति ने कहा, “हिंसाग्रस्त क्षेत्र में महिला को महामारी के दौरान मदद मांगने में मुश्किल का सामना करना पड़ेगा।”
ईएससीडब्ल्यूए ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि संकटों के समय में घरों में भोजन और पोषण वितरण हमेशा न्यायसंगत नहीं होता है। महिलाओं और लड़कियों को भोजन की खपत की गुणवत्ता और मात्रा को कम करने को कहा जाता है।