इमरान खान के बाद उनके मंत्री ने कराई पाकिस्तान की फजीहत
अभी कुछ दिन पहले किर्गिस्तान में हुई शंघाई सहयोग संगठन(एससीओ) की बैठक में उनके व्यवहार को लेकर सवाल उठाए गए थे जिससे पाकिस्तान को शर्मिंदगी झेलनी पड़ी थी।
नई दिल्ली। ऐसे कई मौके आए हैं जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अपने ही देश की फजीहत करवाने का कारण बने हैं। अभी कुछ दिन पहले किर्गिस्तान में हुई शंघाई सहयोग संगठन(एससीओ) की बैठक में उनके व्यवहार को लेकर सवाल उठाए गए थे जिससे पाकिस्तान को शर्मिंदगी झेलनी पड़ी थी। इसके बाद फिर से पाकिस्तान की सरकार ने कुछ ऐसा बयान दे दिया है कि पूरे पाकिस्तान की बेइज्जती हो रही है।
एक बयान से फिर हुई पाक की फजीहत
दरअसल कर्ज के बोझ से दबे पाकिस्तान की हालत ऐसी हो गई है कि उसे आर्थिक तंगी से निपटने के लिए कर्ज पर कर्ज लेना पड़ रहा है। हालांकि इसके बाद भी आर्थिक हालत ठीक नहीं हो रही है। कर्ज लेने को लेकर ही पाकिस्तान की सरकार ने दावा किया कि एशियाई विकास बैंक(ADB) ने उनको 3.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर का कर्ज देने को राजी हो गया है। इसमें पाकिस्तान की फजीहत तब हो गई जब ADB को एक बयान जारी कर ये कहना पड़ा कि इस बारे में अभी कोई फैसला नहीं किया गया है। ADB ने अपने बयान में कहा कि उसकी पाकिस्तान सरकार से बातचीत जरूर हुई है, लेकिन इसपर अंतिम निर्णय बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स करेंगे।
कर्ज का जाल
इससे पहले पाक के योजना, विकास और सुधार मंत्री खुसरो बख्तियार ऐलान कर चुके थे कि उनके मुल्क को 3.4 बिलियन डॉलर की मदद मिलेगी। बख्तियार ने तो इस कर्ज को लेकर डिटेल भी दे दी थी और दावा किया था कि इस कर्ज में से 2.1 बिलियन डॉलर सालभर के भीतर दे दिए जाएंगे।
पाक अर्थव्यवस्था के बेहद बुरे दौर में
बता दें कि इस वक्त पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था बेहद बुरे दौर से गुजर रही है। इससे उबरने के लिए वो कई देशों और संस्थाओं के आगे हाथ फैला चुका है। पिछले महीने ही पाकिस्तान ने इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) से तीन साल में 6 बिलियन डॉलर का कर्ज लेने का समझौता किया है। इसके अलावा चीन ने पाकिस्तान में अच्छा-खासा निवेश कर रखा है। चीन का कर्ज चुकाने को ही पाकिस्तान को IMF से बेलआउट पैकेज लेना पड़ा। पाकिस्तान की मदद पर अमेरिका नाराजगी जता चुका है।