नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हुए हैं, हालांकि चीन ने उसकी तरफ हुए नुकसान की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। भारतीय एजेंसियों के मुताबिक चीन के 43 सैनिक मारे गए हैं। इस बीच अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने भारत-चीन सैन्य झड़प को लेकर बड़ी जानकारी दी है। बता दें कि इससे पहले भारत और चीन की सेनाओं के बीच जारी तनाव पर अमेरिका का रिएक्शन आया। अमेरिका ने कहा है कि वह लद्दाख सीमा पर जारी इस तनाव की स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है।
अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि चीन के करीब 35 से ज्यादा सैनिक इस झड़प में हताहत हुए हैं। इनमें चीनी सेना का एक सीनियर अफसर भी शामिल हैं। यूएस न्यूज में छपी एक खबर के मुताबिक, अमेरिका इस पूरी स्थिति पर काफी गंभीरता से नज़र बनाए हुए है। भले ही चीन ने उसके नुकसान की कोई आधिकारिक पुष्टि न की हो, लेकिन अमेरिकी ख़ुफ़िया एजेंसियों ने भी माना है कि चीन का भारत से ज्यादा नुकसान हुआ है। ख़ुफ़िया एजेंसियों के मुताबिक इस झड़प में चीन के कम से कम 35 सैनिक हताहत हुए हैं।
अमेरिकी सूत्रों के मुताबिक, दोनों ही देशों के सैनिक हथियारों के बिना हिंसक झड़प में शामिल हुए। इस दौरान सैनिकों ने एक दूसरे पर चाकू और लोहे की रॉड और अन्य चीजों से हमला किया। इस झड़प के दौरान दोंनो ही पक्षों के कई जवान फिसल कर खाई में गिर गए और उनकी मौत हो गई। अमेरिकी ख़ुफ़िया एजेंसियों के मुताबिक जिनपिंग सरकार इस नुकसान को इसलिए नहीं बता रही है, क्योंकि वह चीन की जनता के सामने शर्मिंदा महसूस नहीं करता चाहती।
अमेरिका के मुताबिक, चीन बीते कुछ वक़्त से अक्साई चिन और लद्दाख के इलाकों में काफी आक्रामक हो गया है। कोरोना संक्रमण का फायदा उठाकर चीन लगातार वियतनाम, हांगकांग और भारतीय सीमा पर दबाव बढ़ाने का काम कर रहा है।
भारत-चीन सैन्य हिंसा पर अमेरिका की आई पहली प्रतिक्रिया
अमेरिका ने कहा है कि वह लद्दाख सीमा पर जारी इस तनाव की स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा है कि हम वास्तविक नियंत्रण रेखा(एलएसी) के पास भारत और चीन की सेनाओं के बीच तनाव की स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। भारतीय सेना ने कल एक बयान जारी कर बताया था कि गलवान घाटी के पास 20 जवानों शहीद हुए हैं, हम उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं।
We are closely monitoring the situation between Indian and Chinese forces along the Line of Actual Control. We note the Indian Army has announced that 20 soldiers lost their lives, we offer our condolences to their families: US State Department Spokesperson to ANI
— ANI (@ANI) June 16, 2020
उन्होंने आगे कहा, ‘भारत और चीन दोनों ने डी-एस्केलेट करने की इच्छा प्रकट की है और हम वर्तमान स्थिति के शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करते हैं। दो जून को टेलिफोन के जरिए बातचीत के दौरान, राष्ट्रपति ट्रंप और पीएम मोदी ने भारत-चीन सीमा पर स्थिति पर चर्चा की थी।’