नई दिल्ली। लद्दाख में स्थित गलवान घाटी में सोमवार रात चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल सहित 20 सैनिक शहीद हो गए।चीन के साथ हिंसक झड़प में शहीद हुए भारतीय सैनिकों के प्रति अमेरिका ने गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं। साथ ही अमेरिका ने शुक्रवार को यह स्पष्ट कर दिया कि लद्दाख में भारत और चीन के बीच के विवाद में वह भारत के साथ है। लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन और भारतीय सैनिकों के बीच हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने भारत के प्रति संवेदना जताकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन के मोदी सरकार के प्रति समर्थन का संकेत दिया। बता दें कि इससे पहले भी भारत और चीन की सेनाओं के बीच जारी तनाव पर अमेरिका का रिएक्शन आया था। अमेरिका ने कहा है कि वह लद्दाख सीमा पर जारी इस तनाव की स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है।
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा, हम चीन के साथ हालिया टकराव के परिणामस्वरूप खोए हुए जीवन के लिए भारत के लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। हम सैनिकों के परिवारों, प्रियजनों और समुदायों को याद करेंगे, क्योंकि वे दुखी हैं।
We extend our deepest condolences to the people of India for the lives lost as a result of the recent confrontation with China. We will remember the soldiers’ families, loved ones, and communities as they grieve: United States Secretary of State, Mike Pompeo (file pic) pic.twitter.com/Vvmdv5jmwc
— ANI (@ANI) June 19, 2020
अमेरिका के विदेश मंत्री का यह बयान ऐसे समय आया है, जब एक दिन पहले व्हाइट हाउस ने कहा था कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पूर्वी लद्दाख में भारतीय एवं चीनी बलों के बीच हुई झड़प से अवगत हैं और दोनों देशों के बीच मध्यस्थता को लेकर अमेरिका की कोई औपचारिक योजना नहीं है।
बता दें कि बीते 15 जून की रात गलवान घाटी में चीनी और भारतीय सेना की झड़प में चीन के 40 से ज्यादा जवान या तो घायल हुए या मारे गए। वहीं भारत केे 20 जवान शहीद हुए।
पीएम मोदी की चेतावनी के बाद घबराए चीनी राष्ट्रपति
वहीं मोदी सरकार की चेतावनी के बाद चीन पूरी तरह से बौखलाया हुआ है और अब नापाक हरकत करने की कोशिश में लग गया है। इस कड़ी में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपनी सेना को और मजबूत बनाने के लिए सैन्य मैनेजमेंट में सुधार और ट्रेनिंग की गतिविधि बढ़ाने के लिए कहा है। चीन के सरकारी मीडिया शिन्हुआ के अनुसार देश की सेना के प्रमुख की भी जिम्मेदारी संभालने वाले शी ने सशस्त्र बलों के रणनीतिक प्रबंधन प्रशिक्षण पर टेली-कॉन्फ्रेंस में ये महत्वपूर्ण निर्देश दिए।
पीएम मोदी ने बुलाई सर्वदलीय बैठक
वहीं, चीन और भारत के बीच सीमा विवाद को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सर्वदलीय बैठक बुलाई है। आज शाम पांच बजे होने वाली इस बैठक में अलग-अलग पार्टियों के अध्यक्ष शामिल होंगे। इस बैठक में भारत-चीन के बीच सीमा विवाद पर चर्चा होगी। बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव, जेएएम अध्यक्ष हेमंत सोरेन, टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी और टीडीपी अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू शामिल होंगे।