नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) का अस्थायी सदस्य बनने को लेकर भारत आश्वस्त है। यूएनएससी में भारत 10 साल बाद एक बार फिर अस्थाई सदस्य के रूप में शामिल होगा। अस्थाई सदस्यों के चयन के लिए 17 जून को होने वाले वार्षिक चुनाव में भारत की जीत पक्की मानी जा रही है। एशिया प्रशांत क्षेत्र से भारत को निर्विरोध रूप से यूएनएससी का प्रत्याशी बनाया गया है। न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत के स्थाई मिशन ने घोषणा की है कि एशिया प्रशांत क्षेत्र ने भारत को 2021-22 के लिए संयुक्त राष्ट्र में अस्थाई सदस्य के रूप में अपना प्रत्याशी बनाया है।
बता दें कि संयुक्त राष्ट्र में 5 स्थाई सदस्यों के साथ ही 10 अस्थाई सदस्य शामिल होते हैं। 10 अस्थाई सदस्यों का चुनाव हर साल होता है। संयुक्त राष्ट्र महासभा के अस्थाई सदस्यों के लिए 17 जून को वोटिंग होगी। इस चुनाव में 10 गैर-अस्थायी सदस्यों में से पांच सदस्यों के चुनाव में भारत निर्विरोध खड़ा है।
India, Asia-Pacific Group’s endorsed candidate for the non-permanent seat on the United Nations Security Council for the term 2021-22: Permanent Mission of India to the United Nations, New York. pic.twitter.com/MOjXZIzDau
— ANI (@ANI) June 12, 2020
भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने यूएनएससी में भारत की सीट सुरक्षित करने के लिए लंबे समय से प्रयास कर रहे हैं। एशिया-प्रशांत समूह में भारत इस बार अकेला उम्मीदवार है। ऐसे में भारत की जीत पक्की है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी सीट हासिल करने पर भारत की काफी समय से निगाह लगी है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में भारत का स्थायी सीट की दावेदारी को लेकर खुलकर समर्थन किया था। इसके अलावा एक दिन पहले ही वुर्चअल समिट के दौरान ऑस्ट्रेलियाई पीएम स्कॉट मॉरिसन ने भी इस सीट के लिए भारत के दावे का समर्थन किया था।