
नई दिल्ली। हाल ही में हुए तख्तापलट के बाद बांग्लादेश की अंतरिम कार्यवाहक सरकार ने कड़ा रुख अपनाते हुए पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनकी पार्टी आवामी लीग के नेताओं के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। इस सिलसिले में, शेख हसीना के कैबिनेट में कपड़ा एवं जूट मंत्री रहे गुलाम दस्तगीर गाजी को ढाका से गिरफ्तार कर लिया गया है। यह गिरफ्तारी शेख हसीना कैबिनेट के किसी भी मंत्री की पहली गिरफ्तारी है, जिससे बांग्लादेश में राजनीतिक उथल-पुथल और तेज हो गई है।
রাজধানীর শান্তিনগর পীরসাহেবের গলির ৩৫/৪ হোল্ডিং বাসা থেকে সাবেক মন্ত্রী গোলাম দস্তগীর গাজী পুলিশের হাতে গ্রেফতার ‼️ pic.twitter.com/dUn8h4R2BM
— Md. Mizanur Rahman ( মো: মিজানুর রহমান সোহাগ) (@MdMizan69915624) August 25, 2024
शनिवार देर रात लगभग तीन बजे, 76 वर्षीय नेता गुलाम दस्तगीर गाजी को ढाका के पियरगोली इलाके में उनके निवास से हिरासत में लिया गया। उन्हें ढाका पुलिस की डिटेक्टिव ब्रांच (डीबी) ने गिरफ्तार किया और बाद में डीबी कार्यालय में रखा गया। गिरफ्तारी के बारे में पल्टन पुलिस थाने के प्रभारी मोल्ला मोहम्मद खालिद हुसैन ने जानकारी दी। हुसैन ने बताया कि गाजी को डीबी कार्यालय में इसलिए रखा गया, क्योंकि हाल ही में हुई हिंसा के कारण पुलिस थाने को भारी नुकसान पहुंचा था।
इससे पहले, नारायणगंज के रूपगंज पुलिस थाने में शेख हसीना और गाजी समेत 105 लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया था। हाल की हिंसा और दंगों के बाद हसीना और उनकी पार्टी के नेताओं पर अब तक 40 से अधिक मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं। तख्तापलट के बाद से आवामी लीग पार्टी के कई नेताओं और मंत्रियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का सिलसिला जारी है। नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में बनी इस अंतरिम सरकार ने शेख हसीना के खिलाफ अभियान तेज कर दिया है। इस घटनाक्रम ने बांग्लादेश की राजनीति में भारी उथल-पुथल पैदा कर दी है और आने वाले दिनों में और अधिक गिरफ्तारी की संभावना जताई जा रही है।