नई दिल्ली। ईरान ने जनरल सुलेमानी की हत्या का बदला लेने के लिए बुधवार की सुबह ही इराक स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर 22 बैलिस्टिक मिसाइल से हमला कर दिया। इस हमले में दावा किया जा रहा है कि 80 मौतें हुई हैं। बता दें कि मारे गए लोगों को ईरानी मीडिया की तरफ से अमेरिकी आतंकी बताया गया है।
ऐसा इसलिए क्योंकि हाल ही में ईरान ने अमेरिका की सभी सेनाओं को आतंकी घोषित कर दिया है। ईरान और अमेरिका के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए भारत में ईरान के राजदूत अली चेगेनी ने कहा है कि हम युद्ध नहीं चाहते। हम क्षेत्र में सभी के लिए शांति और समृद्धि चाहते हैं। ऐसे में भारत अगर ईरान और अमेरिका के बीच शांति की पहल करता है, तो हम उसका स्वागत करते हैं।
ईरान स्टेट टीवी ने रेवॉल्यूशनरी गार्ड्स के हवाले से दावा किया कि ईरान द्वारा किए गए हमले में अमेरिकी हथियारों और उनके हेलिकॉप्टरों को नुकसान पहुंचा है। ईरान के निशाने पर अभी और 100 अमेरिकी ठिकाने हैं। अगर इसके बाद अमेरिका ने पलटवार करने की कोशिश की, तो वह इन 100 ठिकानों पर हमला करके तबाह कर देगा।
बुधवार की सुबह हुए हमलों के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्वीट कर कहा था, “अभी सब ठीक है। ईरान ने इराक स्थित दो मिलिट्री बेस पर मिसाइल लॉन्च कीं। नुकसान और मौतों का जायजा लिया जा रहा है। अब तक सब ठीक है। हमारे पास दुनिया की सबसे ताकतवर सेना है। मैं कल सुबह इस मामले पर बयान जारी करुंगा।”