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माइक पोम्पियो बोले, भारतीय सीमा में घुसपैठ कर चीन दुनिया का रुख जानना चाह रहा था, लेकिन ज्वार उसी की तरफ मुड़ गया

अमेरिका ने चीन को खरी खोटी सुनाते हुए कहा है कि चीन भारतीय सीमा में घुसकर टेस्ट कर रहा था कि दुनिया उसकी इस हरकत पर क्या रुख अपनाती है? हालांकि, ज्वार उसी की तरफ मुड़ गया है।

नई दिल्ली। सीमा विवाद पर भारत को अमेरिका का एक बार फिर साथ मिला है। अमेरिका ने चीन को खरी खोटी सुनाते हुए कहा है कि चीन भारतीय सीमा में घुसकर टेस्ट कर रहा था कि दुनिया उसकी इस हरकत पर क्या रुख अपनाती है? हालांकि, ज्वार उसी की तरफ मुड़ गया है। बता दें कि भारत और चीन की सेना के बीच 5 मई से ही पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा से लगे कई इलाकों में गतिरोध बना हुआ है। जून में गलवान घाटी में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प भी हुई थी, जिसमें 20 भारतीय जवानों ने अपनी जान गंवा दी थी।

US Secretary of State Mike Pompeo

अमेरिकी विदेश मंत्री ने माइक पोम्पियो ने कहा कि चीन देखना चाहता था कि क्या हम उसके खिलाफ खड़े होंगे? पोम्पियो सीनेट में बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा, “चीन की हरकतों को रोकने के लिए लोकतांत्रिक देशों का गठबंधन बनाने पर विचार कर रहे हैं। हम इस क्षेत्र के अपने मित्र देशों से अभी इस पर और विचार करेंगे। हम डिप्लोमैटिकली नए रिश्ते बना रहे हैं। अभी इस पर बहुत काम करने की जरूरत है।”

mike pompeo

अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा कि हम देशों से चीन और अमेरिका में से किसी एक को चुनने के लिए नहीं कह रहे। हम हर संप्रभु (सॉवेरिन) देश को स्वतंत्रता और अत्याचार के बीच चुनने के लिए कह रहे हैं। पोम्पियो ने इस दौरान अमेरिका के पिछले नेताओं की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों को चीन का खतरा नहीं दिखा। उनकी आंखों में बस बिजनेस नजर आ रहा था।