नई दिल्ली। रूस में शंघाई सहयोग संगठन में भाग लेने के लिए भारत(India) के विदेश मंत्री एस. जयशंकर(S Jaishankar) जहां चीन(China) से तनाव पर चीनी विदेश मंत्री के सामने अपना रुख साफ कर चुके हैं वहीं शंघाई सहयोग संगठन के दौरान की एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिसको लेकर एस. जयशंकर की काफी तारीफ हो रही है।
चीनी विदेश मंत्री वांग यी के साथ बैठक
आपको बता दें कि एस. जयशंकर ने रूस में शंघाई सहयोग संगठन से इतर चीनी विदेश मंत्री वांग यी के साथ बैठक की। जिसमें भारत के विदेश मंत्री ने सीमा पर बनी स्थिति को चीनी विदेश मंत्री से साझा किया। हालांकि इस बैठक में भारत के साथ-साथ चीन भी अब शांति का राग अलाप रहा है। चीनी विदेश मंत्री वांग यी की तरफ से भी सीमा पर शांति की बात कही गई, जबकि कहा गया कि सीमा पर गोलीबारी, घुसपैठ जैसी घटनाएं माहौल को बिगाड़ने का काम कर सकती हैं। चीन की ओर से बॉर्डर से सैनिकों को हटाने की बात कही गई।
चीन की चाल को अच्छे से समझता भारत
चीनी विदेश मंत्री बैठक के दौरान भले ही शांति दूत बन रहे हों लेकिन भारत अब चीन की चाल को अच्छे से समझता है। इसी को देखते हुए भारत अपनी बात पर टिका हुआ है और चीन से चाहता है कि सीमा पर अप्रैल से पहले की स्थिति लागू हो। सूत्रों का कहना है कि बातचीत के बाद पहला लक्ष्य सीमा से सैनिकों की संख्या को घटाना है, जिसे दोनों देशों को तुरंत लागू करना होगा।
इस बैठक में हुई बातों की तो खूब चर्चा है और पूरी दुनिया की निगाहें बनी हुई है लेकिन भारत के विदेश मंत्री के इस दौरे की एक फोटो और वायरल हो रही है, जिसका महत्व सिर्फ एक हिंदुस्तानी ही समझ सकता है।
इस बात की है चर्चा
दरअसल भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने रूस और चीन के अपने समकक्ष के साथ फोटो खिंचवाई। इस फोटो सेशन में रूस और चीन के प्रतिनिधि अपने राष्ट्रीय ध्वज के सामने खड़े हैं, तो वहीं भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने तिरंगे का सम्मान करते हुए उसके आगे नहीं बल्कि तिरंगे के बगल खड़े दिखाई दे रहे हैं। सोशल मीडिया पर इस फोटो को इसी भाव के साथ वायरल किया जा रहा है।
सोशल मीडिया पर इस फोटो पर लोग विदेश मंत्री एस. जयशंकर की खूब तारीफ कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा कि, ये चीजें काफी कम लोगों के ध्यान में आती हैं, विदेश मंत्री ने किया, जो उनके मन में राष्ट्र के प्रति प्रेम को दर्शाता है।
वहीं कुछ लोग एस. जयशंकर को विदेश मंत्री के तौर पर चुनने के लिए पीएम मोदी को बधाई दे रहे हैं। वहीं कुछ का कहना है कि, इसे सभ्यता कहते हैं, जिसकी कहीं भी कोई ट्रेनिंग दी जाती।
देखिए किस तरह के रिप्लाई आए इस फोटो पर
If that’s intentional than a great gesture?
— Sarvesh (@Sarvesh76409829) September 10, 2020
#Modi ji choice r remarkable bus Thoda Mahadev or ashirwad de deee
— Vibhor Jain (@JainVibhore) September 10, 2020
it’s not without reason that India is vishwaguru ???
— गिरीश जोइस (@Joisgirish) September 10, 2020
Jai jai Shankar….
— Nandaa kumar (@KumarNandaa) September 10, 2020
I think deliberate@DrSJaishankar was career diplomat
He knows protocol, posturing, optics which help consolidating country’s image— Moody (@PaidMedia_) September 10, 2020