Pakistan FATF Grey List: फिर हो गई पाकिस्तान की थू-थू, नहीं आया अपनी हरकतों से बाज, इसलिए FATF  की ग्रे सूची में रहेगा बरकरार

Pakistan to remain in FTAF’s gray list : साल 2018 से  FATF की ग्रे सूची में अपना नाम दर्ज कराए हुए है। हालांकि, 2018, 2019, 2020, 2021 और 2022 को हुई समीक्षा के बावजूद भी उसे कोई राहत नहीं मिल पाई है, चूंकि वो निर्धारित मानकों पर बिल्कुल भी खरा नहीं उतर पा रहा है। ध्यान रहे कि FATF की सूची में अगर किसी भी देश का नाम दर्ज हो जाता है, तो उसे अन्य देशों से विदेशी सहायता और व्यापार करने में दिक्कत हो जाती है।

सचिन कुमार Written by: June 17, 2022 9:34 pm

नई दिल्ली।  पाकिस्तान के ऊपर एक धब्बा लगा हुआ है, जिसे वो अपनी तरफ से मिटाने की सिर्फ और सिर्फ ढोंग करता है, कोशिश नहीं, और वो धब्बा है, आतंकवाद, जी हां….पाकिस्तान आतंकवाद को और पल्लवित और पुष्पित करने के लिए समस्त विश्व में कुख्यात है। इस आतंकवाद की वजह से जहां वो दूसरे देशों के लिए समस्याएं खड़ी करता ही है, तो वहीं खुद के पैरों पर भी कुल्हाड़ी मारता है, लेकिन वो कहते हैं न कि विनाश काले विपरीत बुद्धि, तो अभी नापाक पाक की भी कुछ ऐसी हालत है, जिसकी वजह से उसे गंभीर परिणाम भी भुगतने पड़ते हैं। अब देख लीजिए कि तमाम कोशिशों के बावजूद भी पाक को FATF( फाइनेंसिलय एक्शन टॉस्क फोर्स) की ग्रे सूची में बरकरार रहेगा। बता दें कि FATF ने बयान जारी कर कहा कि टेरर फाइनेसिंग और मनी लॉड्रिंग की शर्तों को पूरा करने में पाकिस्तान नाकाम रहा है, लिहाजा उसका नाम ग्रे सूची में बरकरार रहेगा। हालांकि, पाकिस्तान को इस बार पूरा विश्वास था कि उसे ग्रे सूची से आजादी मिल जाएगी, लेकिन उचित मानकों पर खरा नहीं उतरने की वजह से उसका नाम ग्रे सूची में बरकरार रखा गया है।

FATF

आपको बता दें कि साल 2018 से  FATF की ग्रे सूची में अपना नाम दर्ज कराए हुए है। हालांकि, 2018, 2019, 2020, 2021 और 2022 को हुई समीक्षा के बावजूद भी उसे कोई राहत नहीं मिल पाई है, चूंकि वो निर्धारित मानकों पर बिल्कुल भी खरा नहीं उतर पा रहा है। ध्यान रहे कि FATF की सूची में अगर किसी भी देश का नाम दर्ज हो जाता है, तो उसे अन्य देशों से विदेशी सहायता और व्यापार करने में दिक्कत हो जाती है। बता दें कि वर्तमान में ईरान और उत्तर कोरिया का नाम इस सूची में दर्ज है, जिसकी वजह से इन दोनों ही देशों को अंतरराष्ट्रीय व्यापार करने में कई दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है।

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आखिर क्या है FATF?

FATF एक अंतर सरकारी निकाय है। इसे फ्रांस की राजधानी पेरिस में 1989  में जी-7 देशों के समूहों ने स्थापित किया था। इसका काम आतंकी गतिविधियों, टेरर फंडिंग, आतंकियों को वित्त पोषित करने सहित विभिन्न गतिविधियों पर विशेष नजर रखने की जिम्मेदारी है।  बहरहाल, अब उपरोक्त फैसले को लेकर पाकिस्तान का क्या रुख रहता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए आप पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम