Pakistan: खुल गई पाकिस्तान की पोल, मरे घोषित आतंकी साजिद मीर को सुनाई 15 साल की सजा, मुंबई के 26/11 हमलों को दिया था अंजाम

Pakistan: पाकिस्तान हमेशा से आतंकियों को पनाह देता आया है। पाकिस्तान हमेशा से दोगले बयान देता आया है कि साजिद मीर देश में नहीं है या उसकी मौत हो चुकी है लेकिन अब कोर्ट के आदेश के बाद ये साफ हो चुका है कि पाकिस्तान आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए हमेशा आतंकवादियों को छिपाता रहा है।

Avatar Written by: June 25, 2022 10:14 am

नई दिल्ली। मुंबई आतंकवादी हमलों के मास्टरमाइंड साजिद मीर को पाकिस्तान में गिरफ्तार किया गया है साथ ही साजिद मीर को 15 साल की सजा भी सुनाई गई है। बता दें कि साल 2008 में साजिद मीर ने मुंबई आतंकवादी हमलों को अंजाम दिया था। इस हमले में कई लोगों ने अपनों को खो दिया था। आतंकी साजिद मीर को लाहौर की एक एंटी टेररिज्म कोर्ट ने सजा सुनाई है।  एक सीनियर वकील ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि मीर को टेरर फंडिंग केस में सजा सुनाई गई है। आतंकवाद रोधी अदालत ने मीर को इस महीने की शुरुआत में सजा सुनाई थी। बता दें कि पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा समूह प्रतिबंधित है।

आतंकियों को पनाह देता है पाकिस्तान

पाकिस्तान हमेशा से आतंकियों को पनाह देता आया है। पाकिस्तान हमेशा से दोगले बयान देता आया है कि साजिद मीर देश में नहीं है या उसकी मौत हो चुकी है लेकिन अब कोर्ट के आदेश के बाद ये साफ हो चुका है कि पाकिस्तान आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए हमेशा आतंकवादियों को छिपाता रहा है। हालांकि कुछ पक्षों का कहना है कि अपनी छवि को साफ करने के लिए पाकिस्तान ने साजिद मीर को सजा दी है। बता दें कि साजिद भारत के अलावा अमेरिका में भी मोस्ट वांटेड है। उसपर अमेरिका एजेंसी ने पांच मिलियन डॉलर का इनाम घोषित किया था और कई सालों से मीर को खोज भी रहा था।

कई घातक घटनाओं के अंजाम दे चुका है साजिद मीर

बता दें कि साजिद मीर कई आतंकी घटनाओं को अंजाम दे चुका है। वो आतंकी प्रतिबंधित समूह लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा था और भारत में रहकर लश्कर-ए-तैयबा की गतिविधियों को हैंडल कर रहा था। साल 2008 में मुंबई के 26/11 हमलों का मास्टरमाइंड भी साजिद मीर था। दर्दनाक घटना के बाद एजेंसियों ने मीर को पकड़ने की कोशिश की थी लेकिन पाकिस्तान की शह की वजह से ये आतंकी हमेशा छिपा रहा। इस घटना में तकरीबन 170 लोगों ने अपनी जान गवा दी थी।मरने वालों में भारतीयों के अलावा अमेरिका और जापान समेत कई शहरों के टूरिस्ट भी शामिल थे।