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खत्म हुआ रूसी कोरोनावायरस वैक्सीन का ट्रायल, सितंबर से उत्पादन शुरू!

देश के स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुराश्को ने कहा है कि कोरोनावायरस के लिए बनाई जा रही वैक्सीन का ट्रायल पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा कि ट्रायल पूरा होने के बाद अब यह वैज्ञानिकों के ऊपर है कि वे वैक्सीन को बाजार में कब लाते हैं।

नई दिल्ली। एक तरफ जहां पूरी दुनिया में कोरोना महामारी ने कोहराम मचा रखा है। इस बीच रूस से कोरोना वायरस वैक्सीन से जुड़ी एक अच्छी खबर आई है। रूस ने दावा किया है कि उसकी कोरोनावायरस वैक्सीन क्लिनिकल ट्रायल में 100 फीसदी सफल रही है। इस वैक्सीन को मॉस्को स्थित रूसी स्वास्थ्य मंत्रालय से जुड़ी एक संस्था गेमालेया रिसर्च इंस्टीट्यूट ने बनाया है।

corona vaccine

देश के स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुराश्को ने कहा है कि कोरोनावायरस के लिए बनाई जा रही वैक्सीन का ट्रायल पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा कि ट्रायल पूरा होने के बाद अब यह वैज्ञानिकों के ऊपर है कि वे वैक्सीन को बाजार में कब लाते हैं। बता दें कि गामालेया इंस्टीट्यूट द्वारा बनाई गई इस वैक्सीन के 10 अगस्त तक बाजार में आने का दावा किया जा रहा था। इसके अलावा अब सितंबर से इसके प्रॉडक्शन की बात कही जा रही है।

up corona test kit

ब्रिटेन-अमेरिका समेत तमाम यूरोपीय देश के कुछ एक्सपर्ट्स रशियन वैक्सीन की सेफ्टी और इफेक्टिवनेस पर सवाल उठा रहे हैं। असल में उन्हें रूस के फास्ट-ट्रैक अप्रोच से दिक्कत है। कुछ विशेषज्ञों ने वैक्सीन के तेजी से विकसित किए जाने पर चिंता जाहिर की है।

coronavirus

उन्होंने वैक्सीन की सुरक्षा के प्रति सुनिश्चित हुए बिना राष्ट्रीय प्रतिष्ठा की खातिर उठाया गया कदम बताया। अमेरिका के सबसे बड़े महामारी रोग विशेषज्ञ एंथोनी फाउची ने आशंका जताई है कि रूस और चीन के वैक्सीन इफेक्टिव और सेफ नहीं है। उन्होंने इस वैक्सीन के जांच की मांग भी की है। दरअसल, रूस ने वैक्सीन टेस्टिंग को लेकर कोई साइंटिफिक डेटा जारी नहीं किया है. इस वजह से विशेषज्ञ वैक्सीन की इफेक्टिवनेस और सेफ्टी को लेकर आशंकित हैं