
इस्लामाबाद/रियाद। झूठ बोलने में पाकिस्तान और वहां के लोग और यहां तक की मीडिया भी सबसे माहिर है! इसी वजह से पाकिस्तान की कही बातों को गंभीरता से नहीं लिया जाता। पाकिस्तान की मीडिया ने अब ये झूठी खबर चला दी कि इस साल हज के लिए जाने वाले पाकिस्तान के लोगों को देरी हो सकती है। इसकी वजह पाकिस्तान की मीडिया ने कहा कि 67000 पाकिस्तानी नागरिकों का पैसा गलत खाते में चला गया। सऊदी अरब के अफसरों ने पाकिस्तान की मीडिया में आई इन खबरों को गलत बताया है। बता दें कि पाकिस्तान और सऊदी अरब में पुराने रिश्ते हैं और दोनों को दोस्त माना जाता है। फिर भी सऊदी अरब के बारे में पाकिस्तान की मीडिया ने गलत खबर चला दी!
पाकिस्तान के लोगों ने नियम के तहत हज जाने के लिए एडवांस में पैसा दिया था। पाकिस्तान की मीडिया ने इस पर कहा कि ये लाखों रियाल सऊदी अरब के हज मंत्रालय के खाते में नहीं गया। उन्होंने दावा किया कि हज पर जाने वालों का पैसा कच्चा तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक के खाते में गया। इस पर सऊदी अरब के अफसरों ने बयान जारी कर पाकिस्तान की मीडिया के दावे को झूठ बताया। उन्होंने कहा कि ये सब हज अकाउंट मैनेजमेंट सिस्टम और मंत्रालय के आधिकारिक इलेक्ट्रॉनिक हज प्लेटफॉर्म में गलतफहमी से हुआ। सऊदी अफसरों ने बयान में कहा कि उनका हज प्लेटफॉर्म पारदर्शी, सटीक है और उच्च मानकों का पालन करता है।
सऊदी अरब के अफसरों के बयान में कहा गया कि पाकिस्तान के धार्मिक मामलों के मंत्रालय ने अपने हज यात्रियों के लिए सभी कॉन्ट्रैक्ट को बिना दिक्कत अंतिम रूप दिया है। हालांकि, पाकिस्तान की निजी कंपनियां जो लोगों को हज के लिए भेजती हैं, वे समयसीमा में कॉन्ट्रैक्ट से चूक गईं। इससे हज यात्रियों की एंट्री की प्रक्रिया अधूरी रह गई। सऊदी अरब की मीडिया ने जानकारी दी है कि हज करवाने वाली पाकिस्तान की निजी कंपनियां प्रक्रिया का पालन नहीं कर सकीं। इस वजह से इस साल पाकिस्तान के 67000 लोग सऊदी अरब नहीं जा सकेंगे। उधर, पाकिस्तान के प्राइवेट हज ऑपरेटर सऊदी सरकार को दोषी ठहरा रहे हैं। वे कह रहे हैं कि समय से पहले सऊदी अरब को एडवांस पैसा भेज दिया, लेकिन सऊदी अरब का सॉफ्टवेयर क्रैश कर गया था।