कोरोना काल में भी कश्मीर को लेकर चिंता जाहिर कर रहा पाकिस्तान, यूएन प्रमुख से इसपर चर्चा की अपील

विदेश मंत्रालय ने कहा कि कुरैशी ने संयुक्त राष्ट्र प्रमुख को कश्मीर में स्थिति से अवगत कराया। विदेश मंत्री ने, ‘कश्मीर में स्थानीय निवास संबंधी नये कानून का हवाला दिया जो संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के संबंधित प्रस्तावों और चौथे जिनेवा समझौते समेत अन्य अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है।’

Avatar Written by: May 23, 2020 4:56 pm
shah mahmood qureshi & un chief

नई दिल्ली। एक ओर जहां पूरा विश्व कोरोना महामारी से निपटने में लगा हैं तो वहीं दूसरी तरफ सकंट की इस घड़ी में पाकिस्तान कश्मीर पर नई साजिशों को अंजाम देने में जुटा है। इसी कड़ी में पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतेरस को फोन कर जम्मू-कश्मीर के डोमिसाइल संबंधी कानून को बदलने के भारत के फैसले पर चिंता जाहिर की।

shah mahmood qureshi & un chief

डोमिसाइल संबंधी कानून के तहत, वे सभी व्यक्ति और उनके बच्चे जो जम्मू-कश्मीर में 15 साल रहे हों या सात साल तक पढ़ाई की हो और केंद्र शासित प्रदेश के किसी शैक्षणिक संस्थान से 10वीं या 12वीं की परीक्षा में शामिल हुए हों, वे सभी स्थानीय निवासी माने जाने के पात्र होंगे।

विदेश मंत्रालय ने कहा कि कुरैशी ने संयुक्त राष्ट्र प्रमुख को कश्मीर में स्थिति से अवगत कराया। विदेश मंत्री ने, ‘कश्मीर में स्थानीय निवास संबंधी नये कानून का हवाला दिया जो संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के संबंधित प्रस्तावों और चौथे जिनेवा समझौते समेत अन्य अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है।’

shah-mahmood-qureshi

विदेश मंत्री ने कहा कि अगर भारत किसी तरह की खास सूचना देता है तो पाकिस्तान आतंकवाद ‘लॉन्च पैड’ के ऊपर दावे को प्रमाणित करने के लिए भारत और पाकिस्तान में संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षक समूह (यूएनएमओजीआईपी) को अनुमति देने को तैयार है। भारत अपने इस रुख पर कायम है कि जनवरी 1949 में स्थापित यूएनएमओजीआईपी अपनी सार्थकता खो चुका है और शिमला समझौते तथा उसके बाद नियंत्रण रेखा (एलओसी) स्थापित होने के बाद अप्रासंगिक हो चुका है।