नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अंतरराष्ट्रीय छात्रों को राहत देते हुए वीजा संबंधी नियमों को फिर से बदल दिया है। ट्रंप प्रशासन ने इसी महीने ऑनलाइन शिक्षा प्राप्त कर रहे विदेशी छात्रों को अमेरिका छोड़ने को कहा था। जिसका कई राज्यों और विश्वविद्यालयों ने काफी विरोध किया था। दबाव के सामने झुकते हुए मंगलवार को ट्रंप ने वीजा को फिर से बहाल करने का फैसला किया है।
यूनिवर्सिटी ऑफ हार्वर्ड और दूसरे कई संस्थानों ने सरकार के खिलाफ कानून का सहारा लिया और उन्होंने यूएस इमिग्रेशन ऐंड कस्टम्स एनफोर्स (ICE) के 6 जुलाई को लिए गए फैसले का विरोध किया। जज ऐलिसन बरॉ ने सुनवाई के दौरान कहा, ‘सरकार अपना फैसला वापस लेने को तैयार हो गई है। कोई नया नियम लागू नहीं किया जा रहा है।’
Trump administration rescinds order denying foreign students US visas, says judge: AFP news agency
— ANI (@ANI) July 14, 2020
हार्वर्ड और एमआईटी ने कोर्ट में याचिका दी थी कि ICE द्वारा दिए गए आदेश को निरस्त किया जाए। इसमें कहा गया था कि जो स्टूडेंट ऑनलाइ क्लास ले रहे हैं उन्हें वापस अपने देश जाना होगा। डोनाल्ड ट्रंप ने भी कई संस्थानों के खिलाफ कदम उठाए थे जो कि फिर से कामकाज शुरू करना चाहते थे। बात दें कि अमेरिकी प्रशासन ने नए दिशा-निर्देशों के तहत स्कूलों और कॉलेजों द्वारा सभी कक्षाएं ऑनलाइन आयोजित करने पर सभी विदेशी छात्रों को अमेरिका छोड़ने के आदेश दिए थे।
बता दें कि सरकार के इस फैसले का सबसे बड़ा असर भारत, चीन और अन्य एशियाई देशों पर पड़ा था। भारत से सबसे ज्यादा छात्र अमेरिकी की टॉप यूनिवर्सिटी में पढ़ने के लिए हर साल अमेरिका जाते हैं। हालांकि अभी सरकार ने एच1बी वीजा के लिए नियमों को नहीं बदला है। अन्य प्रकार के वीजा पर इस साल के अंत तक लगी रोक फिलहाल जारी है।