अमेरिका। अमेरिका में प्रदर्शन कर रहे लोगों पर भड़के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप। उन्होंने ट्विटर पर एक पत्र शेयर किया है। जिसमें उन्होंने शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों को ‘आतंकवादी’ कहा है।
इन प्रदर्शनकारियों को सोमवार की शाम व्हाइट हाउस के पास एक पार्क से बलपूर्वक हटाया गया था। यह पत्र अनुभवी वकील और ट्रंप के पूर्व वकील जॉन डॉव्ड द्वारा पूर्व रक्षा सचिव जेम्स मैटिस को संबोधित किया गया है। यह पत्र मैटिस द्वारा बुधवार को दिए गए बयान में, जिसमें उन्होंने मिनियापोलिस के एक पुलिस अधिकारी के हाथों जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद देशव्यापी विरोध प्रदर्शनों पर ट्रंप की प्रतिक्रिया को रेखांकित किया गया, का खंडन भी करता है।
उन्होंने पत्र में बिना किसी साक्ष्य के यह दावा किया है कि लॉफेट के पास हुए प्रदर्शनों में शामिल होने वाले प्रदर्शनकारी शांतिपूर्ण नहीं थे और वे प्रायोजित थे। वे आतंकवादी हैं जो नफरत से भरे निकम्मे छात्रों का उपयोग आगजनी और बर्बादी के लिए कर रहे हैं। जब पुलिस 1900 कर्फ्यू के लिए इलाके में तैयारी कर रहे ते वे पुलिस को गालियां देने लगे और लगातार उनका अपमान करते रहे।
अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा इस पत्र को शेयर करने और पत्र में अमेरीकियों द्वारा उनके संवैधानिक अधिकारों को इस्तेमाल करने का शर्मनाक विवरण अमरीका में चल रहे प्रदर्शनों के लिए उनके निरंकुश प्रशासक के दृष्टिकोण को सामने लाता है।
बीते सोमवार को राष्ट्रपति ट्रंप ने खुद को “कानून और व्यवस्था का आपका राष्ट्रपति ” घोषित किया। ट्रंप ने कहा कि व्हाइट हाउस के गेट के ठीक बाहर शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे लोगों को गैस, फ्लैश बैंग्स और रबर की गोलियां मारकर तितर-बितर किया गया ताकि वे वह पास के चर्च का दौरा कर सके।