नई दिल्ली। UAE-इजरायल (UAE-Israel) में हाल में हुए समझौते को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप (Donald Trump) की छवि ऐसी बनाने की कोशिश की जा रही है कि उनके प्रयासों का ही नतीजा है कि दोनों दुश्मन देशों के बीच हालात सामान्य हो पाए हों। ऐसे में अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार (Nobel Peace Prize) के लिए भी नॉमिनेट कर दिया गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) को नोबेल शांति पुरस्कार 2021 के लिए नॉमिनेट किया गया है। हालांकि ये पहली बार नहीं है जब डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) को इस पुरस्कार के लिए नॉमिनेट किया गया हो, 2018 में किम जोंग उन के साथ बैठक करने पर भी उन्हें नॉमिनेट किया गया था।
इस पूरे मामले पर अमेरिकी मीडिया की मानें तो नॉर्वे संसद के क्रिश्चियन ताइब्रिंग की ओर से ट्रंप को इस अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट किया गया है। अमेरिकी मीडिया में छपी खबर के अनुसार क्रिश्चियन ताइब्रिंग की ओर से लगातार डोनाल्ड ट्रंप की तारीफ की गई, इसके साथ ही दावा किया गया कि डोनाल्ड ट्रंप ने दुनिया में शांति स्थापित करने की काफी कोशिशें की।
वहीं अमेरिकी मीडिया की मानें तो ताइब्रिंग ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप ने दो देशों के बीच चली आ रही लंबी दुश्मनी को खत्म करवाया है। उनका इतना करना किसी भी तरह के शांति पुरस्कार के लिए काफी है।
क्रिश्चियन ताइब्रिंग नार्वे की संसद में चार बार से सदस्य हैं और नाटो की संसदीय असेंबली का भी हिस्सा हैं। इतना ही नहीं ताइब्रिंग ने दावा किया कि ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच जम्मू-कश्मीर को लेकर विवाद को सुलझाने की कोशिश हो, नॉर्थ कोरिया और साउथ कोरिया के बीच दुश्मनी मिटाना और नॉर्थ कोरिया के द्वारा परमाणु हथियारों के मसले पर मामले को सुलझाने का भी काम किया है।
आपको बता दें कि इसी साल अमेरिका में राष्ट्रपति पद का चुनाव होना है, ऐसे में इस नामांकन से उन्हें चुनावों में फायदा हो सकता है। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को भी नोबेल के शांति पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। हालांकि ये पहली बार नहीं है जब डोनाल्ड ट्रंप को इस पुरस्कार के लिए नॉमिनेट किया गया हो, 2018 में किम जोंग उन के साथ बैठक करने पर भी उन्हें नॉमिनेट किया गया था। हालांकि, तब डोनाल्ड ट्रंप को ये सम्मान नहीं दिया गया था।