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Rishi Sunak: ब्रिटेन का पीएम बनने पर ऋषि सुनक सबसे पहले भारत के बारे में क्या फैसला करेंगे, सुनिए उनकी जुबानी

ब्रिटेन में नए पीएम पद के लिए टोरी पार्टी के नेताओं के बीच रेस जारी है। इस रेस में भारतवंशी और बोरिस जॉनसन सरकार में वित्त विभाग संभालने वाले ऋषि सुनक भी हैं। उनके अलावा दौड़ में विदेश मंत्री लिज ट्रस हैं। ऋषि सुनक टोरी के वोटरों को अपने पाले में करने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं।

लंदन। ब्रिटेन में नए पीएम पद के लिए टोरी पार्टी के नेताओं के बीच रेस जारी है। इस रेस में भारतवंशी और बोरिस जॉनसन सरकार में वित्त विभाग संभालने वाले ऋषि सुनक भी हैं। उनके अलावा दौड़ में विदेश मंत्री लिज ट्रस हैं। ऋषि सुनक टोरी के वोटरों को अपने पाले में करने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं। 5 सितंबर को वोटिंग के बाद तय होगा कि ऋषि या लिज में से कौन ब्रिटेन का अगला पीएम बनेगा। इस बीच, सोमवार को ऋषि सुनक ने उत्तरी लंदन में कंजरवेटिव्स फ्रेंड्स ऑफ इंडिया CFIN के एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया। वहां उन्होंने कहा कि वो पीएम बनने पर भारत के साथ रिश्तों को और ज्यादा द्विपक्षीय बनाना चाहते हैं। वे चाहते हैं कि ब्रिटिश छात्रों और निवेशकों के लिए भी भारत के रास्ते आसान हों।

rishi sunak

ऋषि सुनक के इस प्रोग्राम में बड़ी तादाद में भारतीय मूल के लोग थे। वहां ऋषि ने नमस्ते, सलाम, केम छो, किद्दा जैसे शब्दों से सबका अभिवादन किया। उन्होंने हिंदी में ये भी कहा कि आप सभी मेरे परिवार के हैं। सुनक ने कहा कि हम जानते हैं कि भारत और ब्रिटेन के रिश्ते अहम हैं। संगठन की सह-अध्यक्ष रीना रेंजर के एक सवाल पर ऋषि ने कहा कि हम दोनों देशों के बीच एक पुल जैसे हैं। हम सभी ब्रिटेन के लिए भारत में अवसर के बारे में जागरूक हैं, लेकिन असल में हमें इस रिश्ते को अलग तरह से देखना होगा। इसकी वजह ये कि ब्रिटेन में हमारे लिए भारत से सीखने को बहुत कुछ है।

Rishi Sunak ad Jinping

पूर्व वित्त मंत्री सुनक ने कहा कि वो ये सुनिश्चित करना चाहते हैं कि ब्रिटिश छात्र भी भारत जाकर सीखें। इसी तरह ब्रिटेन और भारत की कंपनियां मिलकर काम करें। उन्होंने कहा कि ये बड़ा बदलाव मैं दोनों देशों के रिश्तों में लाना चाहता हूं। ऋषि ने कहा कि आम तौर पर भारतीय छात्र ब्रिटेन में पढ़ने जाते हैं, वो इसे दोतरफा करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अभी भारत में कई विश्व स्तरीय शिक्षा संस्थान हैं। इनमें पढ़ने के लिए कई देशों के छात्र आते हैं। चीन के बारे में ऋषि सुनक ने कहा कि ब्रिटेन को चीन की बढ़ती आक्रामकता के खिलाफ बचाव में बहुत मजबूत होने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी आर्थिक और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा है।