
नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड ने लेफ्ट और लिबरल गैंग पर बड़ा एक्शन लिया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निर्देशानुसार गबार्ड ने पूर्व राष्ट्रपति जो बिडेन की सुरक्षा मंजूरी को रद्द कर दिया है। इसका मतलब यह है कि जो बाइडेन के पास अब कॉन्फिडेंशियल इंफॉर्मेशन तक पहुंच या उसे जानने का अधिकार नहीं रहेगा। इसी के साथ पूर्व उपराष्ट्रपति कमला हैरिस, हिलेरी क्लिंटन, लिज़ चेनी, एडम किंजिंगर, फियोना हिल और अलेक्जेंडर विंडमैन की भी क्लासिफाइड जानकारी तक पहुँच और मंजूरी को कैंसिल कर दिया गया है।
Per @POTUS directive, I have revoked former President Joe Biden’s security clearance, and revoked clearances and access to classified information for Kamala Harris, Hillary Clinton, Liz Cheney, Adam Kinzinger, Fiona Hill, and Alexander Vindman.
— DNI Tulsi Gabbard (@DNIGabbard) March 28, 2025
तुलसी गबार्ड ने खुद अपने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए इस बात की जानकारी दी है। इससे पहले भी बाइडेन सरकार में शामिल रहे मंत्रियों और कई अधिकारियों की सुरक्षा मंजूरी को भी रद्द करने का फैसला ट्रंप प्रशासन के द्वारा लिया जा चुका है। पूर्व विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन, पूर्व अमेरिकी उप अटॉर्नी जनरल लिसा मोनाको, चेक गणराज्य में पूर्व अमेरिकी राजदूत नॉर्मन ईसेन, न्यूयॉर्क अटॉर्नी जनरल लेटिटिया जेम्स, मैनहट्टन डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी एल्विन ब्रैग और अमेरिकी अटॉर्नी एंड्रयू वीसमैन समेत 51 लोगों की सुरक्षा मंजूरी खत्म की गई थी।
राष्ट्रपति ट्रंप ने इससे पहले अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा था कि जो बाइडेन को अब गोपनीय जानकारी की जरूरत नहीं है, इसलिए, उनकी सुरक्षा मंजूरी को रद्द किया जा रहा है। आपको बता दें कि पहले ऐसा होता था कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपतियों को भी खुफिया जानकारी उपलब्ध कराई जाती थी। मगर ट्रंप के पहले कार्यकाल के बाद जब जो बाइडेन राष्ट्रपति बने तो साल 2020 में उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप की सुरक्षा मंजूरी को रद्द कर दिया था। बाइडेन ने ट्रंप के अनिश्चित व्यवहार को इसका कारण बताया था। वहीं अब ट्रंप का कहना है कि इस परम्परा की शुरुआत बाइडेन ने ही की थी। हालांकि ट्रंप का कहना है कि उम्र के कारण बाइडेन की याददाश्त कमजोर हो गई है इसलिए उन्हें सुरक्षा जानकारी देने का कोई औचित्य नहीं है।