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Pakistan: आज अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से पहले इमरान खान ने की भारत की तारीफ, तो मरियम ने कहा- वहीं चले जाओ

मरियम ने भारत के पीएम रहे अटल बिहारी वाजपेयी का हवाला भी दिया और कहा कि कहा कि इमरान खान को पता होना चाहिए कि भारत के अलग-अलग पीएम के खिलाफ 27 बार अविश्वास प्रस्ताव आया। किसी ने भी संविधान, लोकतंत्र और अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया।

इस्लामाबाद। पाकिस्तान की संसद नेशनल असेंबली में इमरान खान की सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर आज चर्चा और वोटिंग होनी है। इससे ठीक एक दिन पहले इमरान खान ने देर रात राष्ट्र के नाम संबोधन दिया। उन्होंने इस दौरान भारत की खूब तारीफ की। इमरान ने कहा कि भारत इतना ताकतवर है कि कोई भी महाशक्ति उसे अपने हिसाब से चला नहीं सकती। उन्होंने ये भी कहा कि पद से इस्तीफा नहीं देंगे। साथ ही विपक्ष के खिलाफ आम जनता को सड़क पर उतरने का आह्वान भी इमरान ने किया। इमरान के इस भाषण के बाद विपक्ष की नेता मरियम नवाज ने तंज कसते हुए कहा कि अगर इमरान को इतना ही भारत से लगाव है, तो वो वहां चले क्यों नहीं जाते।

imran khan

इमरान खान ने अपने भाषण में कहा कि हिंदुस्तान एक खुद्दार देश है और किसी सुपरपावर की हिम्मत नहीं कि भारत के खिलाफ साजिश करे। अमेरिका पर फिर अपनी सरकार के खिलाफ षडयंत्र का आरोप लगाते हुए इमरान ने कहा कि पाकिस्तान की विदेश नीति आजाद और भारत की तरह होनी चाहिए। इमरान ने खुद को देश का बाप बताया और कहा कि जैसे मां-बाप अपने बच्चों की भलाई चाहते हैं, उसी तरह किसी देश का पीएम भी चाहता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की जनता हमारे साथ है और पहले से देश की छवि बेहतर हुई है। अगर पाकिस्तान में कमजोर सरकार आएगी, तो गरीब जनता को नुकसान पहुंचेगा। उन्होंने लोगों से रविवार को बड़ी तादाद में प्रदर्शन करने की अपील भी की।

उधर, इमरान खान के भारत की तारीफ करते ही विपक्ष ने इसे मुद्दा बनाकर उनपर निशाना साध दिया। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज PML-N की नेता मरियम नवाज ने कहा कि कुर्सी जाती देख पागल हुए इस शख्स को कोई बताए कि उन्हें उनकी ही पार्टी हटा रही है। अगर आपको भारत इतना ही पसंद है, तो आप भारत चले जाएं। मरियम ने भारत के पीएम रहे अटल बिहारी वाजपेयी का हवाला भी दिया और कहा कि कहा कि इमरान खान को पता होना चाहिए कि भारत के अलग-अलग पीएम के खिलाफ 27 बार अविश्वास प्रस्ताव आया। किसी ने भी संविधान, लोकतंत्र और अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया। अटल बिहारी वाजपेयी एक वोट से हारकर घर चले गए। उन्होंने देश और संविधान को आपकी तरह गिरवी नहीं रखा।