
तेहरान। इजरायल ने ईरान पर हमले रोक दिए हैं। ईरान की सेना भी शांत है, लेकिन अब बड़ा सवाल सबके सामने आ गया है। सवाल ये कि ईरान ने 400 किलोग्राम यूरेनियम आखिर कहां रखा है? इस यूरेनियम के बारे में खबर आई थी कि ईरान के नतांज, इस्फहान और फोर्डो परमाणु संयंत्रों में लगे हजारों गैस सेंट्रीफ्यूज के जरिए इस्लामी देश ने 400 किलोग्राम यूरेनियम को 60 फीसदी तक संवर्धित कर लिया है। इजरायल ने ये आरोप लगाते हुए ईरान पर हमला शुरू किया था कि इस्लामी देश अगले कुछ महीनों में ही इस यूरेनियम को 90 फीसदी तक संवर्धित कर लेगा और उससे परमाणु हथियार बनाएगा।

इजरायल के हमलों के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आदेश देकर ईरान के नतांज, इस्फहान और फोर्डो परमाणु संयंत्रों पर बमबारी कराई थी। ट्रंप लगातार दावा कर रहे हैं कि ईरान की परमाणु क्षमता इस बमबारी में खत्म हो गई है। ईरान ने भी माना है कि अमेरिका की बमबारी से तीनों परमाणु संयंत्रों को काफी नुकसान पहुंचा है, लेकिन साथ ही उसका ये भी दावा है कि अमेरिका की बमबारी से पहले ही सारी जरूरी मशीनें वगैरा हटा ली थीं। ऐसे में अब ये सवाल उठ रहा है कि संवर्धित यूरेनियम और गैस सेंट्रीफ्यूज को ईरान कहां ले गया? ईरान सरकार ने इस बारे में जुबान नहीं खोली है। वहीं, इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज का कहना है कि ईरान को इस बारे में बताना ही होगा कि संवर्धित यूरेनियम कहां रखा है।
इससे पहले अमेरिका के उप राष्ट्रपति जेडी वेंस ने कहा था कि उनके देश को नहीं पता कि ईरान ने यूरेनियम कहां रखा है। ऐसे में ये सवाल भी उठ रहे हैं कि अमेरिका को ईरान के तीन अहम परमाणु संयंत्रों पर बमबारी करने से फिर हासिल क्या हुआ है? इस बीच, खबर ये भी है कि ईरान के परमाणु वैज्ञानिकों ने इस्फहान संयंत्र में फिर कामकाज शुरू कर दिया है। ऐसी खबर भी आ चुकी है कि ईरान ने एक नया परमाणु संयंत्र भी बनाया है। हालांकि, ईरान इस पर भी चुप्पी साधे हुए है। वहीं, डोनाल्ड ट्रंप ने फिर चेतावनी दी है कि अगर ईरान ने फिर यूरेनियम संवर्धन शुरू किया, तो उसपर एक बार फिर हमला किया जाएगा।