WHO: क्या भारत में बने 4 सिरप हैं गाम्बिया में 66 बच्चों की मौत के जिम्मेदार ?

WHO: डब्ल्यूएचओ के अलर्ट के अनुसार, चार कफ सिरप में प्रोमेथाज़िन ओरल सॉल्यूशन, कोफ़ेक्समालिन बेबी कफ सिरप, मकॉफ़ बेबी कफ सिरप और मैग्रीप एन कोल्ड सिरप शामिल हैं। सूत्रों ने कहा कि इन कफ सिरप का निर्माण हरियाणा के सोनीपत में मेसर्स मेडेन फार्मास्युटिकल लिमिटेड द्वारा किया गया है।

Avatar Written by: October 6, 2022 5:16 pm

नई दिल्ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भारत की फार्मास्यूटिकल कंपनियों को चेतावनी जारी करते हुए अफ्रीकी बाजार में करारा झटका दिया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एक चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि इस बात की संभावना अधिक है कि गाम्बिया में 66 बच्चों की मौत भारत में बने सर्दी-खांसी के 4 कफ सिरप पीने के कारण हुई है। भारत के दृष्टिकोण से ये खबर चिंताजनक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा दी गई इस चेतावनी के बाद से ही भारत सरकार ने हरियाणा स्थित फार्मास्युटिकल कंपनी द्वारा निर्मित चार कफ सिरप की जांच शुरू कर दी है। इस मामले पर स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के शीर्ष सूत्रों ने कहा है कि डब्ल्यूएचओ ने भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) को कफ सिरप के बारे में सतर्क कर दिया है।

सूत्रों के हवाले से जो खबर मिली है उसके मुताबिक केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन ने तुरंत मामले को हरियाणा नियामक प्राधिकरण के समक्ष उठाया और इसकी फौरन जांच शुरू कर दी है। डब्ल्यूएचओ के अलर्ट के अनुसार, चार कफ सिरप में प्रोमेथाज़िन ओरल सॉल्यूशन, कोफ़ेक्समालिन बेबी कफ सिरप, मकॉफ़ बेबी कफ सिरप और मैग्रीप एन कोल्ड सिरप शामिल हैं। सूत्रों ने कहा कि इन कफ सिरप का निर्माण हरियाणा के सोनीपत में मेसर्स मेडेन फार्मास्युटिकल लिमिटेड द्वारा किया गया है।

इस पूरे मामले पर विश्व स्वास्थ्य संगठन की चेतावनी में कहा गया है, “इसे तैयार करने वाली कंपनी ने इन दवाइयों की सुरक्षा और गुणवत्ता पर डब्ल्यूएचओ को कोई गारंटी नहीं दी है।”

भारत सरकार के मुताबिक उपलब्ध जानकारी के अनुसार, ऐसा लगता है कि फर्म ने इन दवाइयों को केवल गाम्बिया को ही निर्यात किया था। वहीं कंपनी ने अभी तक इन आरोपों पर कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन दवाओं के जहरीले प्रभाव की वजह से पेट में दर्द, उल्टी आना, डायरिया, मूत्र में रुकावट, सिरदर्द, दिमाग पर प्रभाव और किडनी पर असर आदि कई प्रकार की समस्याएं होने लगती हैं। वहीं इस मामले पर WHO का कहना है कि जब तक संबंधित देश की अथॉरिटी पूरी तरह से जांच ना कर ले इन दवाओं को इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इससे दूसरी जानलेवा बीमारियां हो सकती हैं।

 

वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन गांबिया में बच्चों की हुई मौत पर बेहद संवेदनशील रवैया अपना रहा है। ऐसे में भारत के लिए ये एक अच्छी खबर नहीं है क्योंकि भारत दुनियाभर में दवाओं का एक बड़ा आपूर्तिकर्ता है। अगर ये घटना 4 कफ सिरप की वजह से हुई है तो भारत की फार्मास्युटिकल कम्पनियों की साख अंतर्राष्ट्रीय बाजार में प्रभावित होगी।