News Room Post

Navratri 2021: चैत्र नवरात्रि पर मां दुर्गा की पूजा इन सामग्रियों के बिना है अधूरी, यहां पढ़ें पूरी लिस्ट

नई दिल्ली। इस साल चैत्र नवरात्र (Chaitra Navratri 2021) 13 अप्रैल से शुरू हो रहे हैं और 22 अप्रैल को इनका समापन हो रहा है। हिंदू धर्म में इस त्यौहार को बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। नौ दिनों तक चलने वाला ये त्यौहार मां दुर्गा को समर्पित होता है। इस दौरान मां दुर्गा (Goddess Durga) के नौ रूपों की उपासना की जाती है। साथ ही व्रत भी किए जाते हैं। सभी नवरात्र का त्यौहार मनाते हैं और मां दुर्गा का व्रत रखते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि चैत्र नवरात्रि पर माता रानी की पूजा कुछ सामग्रियों के बिना अधूरी है, जो हम आपको बताने जा रहे हैं।

अगर पूजा के दौरान सामग्री पूरी न हो तो पूजा भी अधूरी मानी जाती है। ऐसे में आप नवरात्रि से पहले ही पूरी सामग्री की लिस्ट तैयार कर लें। जो हम आपको इस लेख में बताने जा रहे हैं।

यहां पढ़ें पूरी लिस्ट

श्रीदुर्गा की प्रतिमा, सिंदूर, केसर, कपूर, धूप,वस्त्र, दर्पण, कंघी, कंगन-चूड़ी, सुगंधित तेल, बंदनवार आम के पत्तों का, पुष्प, दूर्वा, मेंहदी, बिंदी, सुपारी साबुत, हल्दी की गांठ और पिसी हुई हल्दी, पटरा, आसन, चौकी, रोली, मौली, पुष्पहार, बेलपत्र, कमलगट्टा, दीपक, दीपबत्ती, नैवेद्य, मधु, शक्कर, पंचमेवा, जायफल, लाल रंग की गोटेदार चुनरीलाल रेशमी चूड़ियां, सिन्दूर, आम के पत्‍ते, लाल वस्त्र, लंबी बत्ती के लिए रुई या बत्ती, धूप, अगरबत्ती, माचिस ,चौकी, चौकी के लिए लाल कपड़ा, पानी वाला जटायुक्त नारियल, दुर्गासप्‍तशती किताब, कलश, साफ चावल, कुमकुम,मौली, श्रृंगार का सामान, दीपक, घी/ तेल ,फूल, फूलों का हार, पान, सुपारी, लाल झंडा, लौंग, इलायची, बताशे या मिसरी, असली कपूर, उपले, फल/मिठाई, दुर्गा चालीसा व आरती की किताब,कलावा, मेवे, हवन के लिए आम की लकड़ी, जौ, पांच मेवा, घी, लोबान,गुग्गुल, लौंग, कमल गट्टा,सुपारी, कपूर और हवन कुंड आदि।

Exit mobile version