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Astro Tips: भूलकर भी इस दिन तुलसी में न चढ़ाएं जल, नहीं तो हो जाएंगे कंगाल

Astro Tips: तुलसी का पौधा हर हिंदू घर के आंगन में देखने को मिल जाता है। उसके बिना कोई भी पूजा अधूरी ही मानी जाती है। भगवान के आचमन या पूजा का जल हमेशा तुलसी में ही चढ़ाया जाता है। लेकिन धार्मिक ग्रंथों में कुछ ऐसे भी दिनों के बारे में भी बताया गया है

नई दिल्ली। हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को बहुत ही शुभ और पूजनीय माना जाता है। तुलसी के पौधे को मां लक्ष्मी का ही एक रूप माना जाता है। तुलसी का पौधा हर हिंदू घर के आंगन में देखने को मिल जाता है। उसके बिना कोई भी पूजा अधूरी ही मानी जाती है। भगवान के आचमन या पूजा का जल हमेशा तुलसी में ही चढ़ाया जाता है। लेकिन धार्मिक ग्रंथों में कुछ ऐसे भी दिनों के बारे में भी बताया गया है, जिसमें तुलसी में जल चढ़ाना बहुत ही अशुभ माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि रविवार, सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण के समय कभी भी तुलसी में जल नहीं चढ़ाना चाहिए। इसके अलावा, कहा जाता है कि सूर्यास्त के बाद भी ना तो तुलसी में जल देना चाहिए ना ही उसके पत्तों को तोड़ना चाहिए।

गुरुवार के दिन, जो व्यक्ति तुलसी के पौधे में दूध अर्पित करता है और रोजाना उसके सामने दीपक जलाता है, उसके घर में हमेशा मां लक्ष्मी निवास करती हैं। सूखा हुआ तुलसी का पौधा घर में रखना बहुत अशुभ माना जाता है। ऐसे पौधे को तुरंत ही किसी पवित्र बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें। और उसके स्थान पर घर में नया पौधा लगा लें।

वास्तु शास्त्र में भी इसका काफी महत्व है। वास्तु के अनुसार तुलसी का पौधा हमेशा उत्तर या उत्तर पूर्व दिशा में लगाना चाहिए। इसे कभी भी पूर्व दिशा में नहीं रखना चाहिए, इससे आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है।

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