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Guru Purnima 2022: गुरु पूर्णिमा आज, जानें क्यों मनाया जाता है ये पर्व और कैसे करें गुरु वंदना

नई दिल्ली। हर व्यक्ति की लाइफ में एक गुरु जरुर होता है जो उसे जीवन में सब कुछ सिखाता है फिर वो कोई भी हो सकता है। एक बच्चे के लिए उसके पहले गुरु उसके  मां- बाप होते है, जो उसे लाईफ में हर एक चीज सिखाते है। फिर वो स्कूल जाता है तो शिक्षक उसे पढ़ना और जीवन में आगे बढ़ने में मदद करते है। एक गुरु का हमारे जीवन में बहुत महत्हाव है जो हमें जीवन में गलत सही का फर्क बताए। फिर वो आपके मां, बाप, शिक्षक, दोस्त,भाई या बहन किसी भी रुप में हो सकता है।आज कल के युग में गुरु के प्रति आस्था में कमी आ गई है, जिसकी वजह से जीवन में अशांति, असुरक्षा और मानवीय गुणों का अभाव हो रहा है। इस मौके पर वो लोग परेशान होते हैं जिनके कोई गुरु नहीं हैं कि वे किसकी पूजा करके आशीर्वाद प्राप्त करें।

कैसे करें गुरु वंदना

तुलसीदास जी ने राम चरित मानस और हनुमान चालीसा में भी लिखा है कि हनुमान चालीसा में ही गुरु वंदना की है। उन्होंने बताया कि अगर किसी का गुरु नहीं है तो वह हनुमान जी को अपना गुरु बना सकता है। क्योंकि जीवन में गुरु की कृपा होना बहुत जरुरी है। इसलिए हनुमान जी के सामने पवित्र भाव रखते हुए उन्हें अपना गुरु बनाया जा सकता है। एकमात्र हनुमान जी ही हैं जिनकी कृपा हम गुरु की तरह प्राप्त कर सकते हैं।

क्यों मनाया जाता है गुरु गुरु पूर्णिमा

साल 2022 में गुरु पूर्णिमा आज यानी 13 जुलाई को मनाई जा रही है। इस दिन लोग अपने-अपने अंदाज में गुरु पूर्णिमा को मना रहे है कोई अपने गुरु को विश करके तो कोई अपने गुरु को गिफ्ट दे कर मना रहा है। अधिकत्तर लोग इस दिन गुरु की पूजा-अर्चना करते हैं। हिन्दू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, आषाढ़ माह की पूर्णिमा को महर्षि वेदव्यास का जन्म हुआ था। इसलिए इसे व्यास पूर्णिमा भी कहा जाता है।

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