नई दिल्ली। होलियाष्टक की अवधि के दौरान, जो इस वर्ष 17 मार्च से 24 मार्च तक है, ऐसा माना जाता है कि नकारात्मक ऊर्जा प्रचुर मात्रा में होती है, क्योंकि सभी आठ ग्रह अपने अशुभ चरण में होते हैं। इसलिए, इस दौरान कुछ कार्यों को अशुभ माना जाता है और उन्हें टाला जाता है।
बड़ी खरीदारी से बचें: होलियाष्टक के दौरान वाहन, सोना या चांदी जैसी मूल्यवान वस्तुओं की खरीदारी को स्थगित करने की सलाह दी जाती है, क्योंकि यह ऐसे निवेशों के लिए प्रतिकूल माना जाता है।
सावधानी से यात्रा करें: बढ़ी हुई नकारात्मक ऊर्जाओं के कारण इस दौरान लंबी दूरी की यात्रा करने से बचना चाहिए।
शुभ आयोजनों से बचें: होलियाष्टक के दौरान भूमि अभिषेक, सगाई, विवाह, गृहप्रवेश, संस्कार, अनुष्ठान या किसी भी प्रकार के संपत्ति लेनदेन जैसे शुभ समारोह करना उचित नहीं है।
निर्माण कार्य स्थगित करना और नए उद्यम शुरू करना: होलियाष्टक के दौरान निर्माण शुरू करने या नए उद्यम शुरू करने को हतोत्साहित किया जाता है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इससे महत्वपूर्ण नुकसान हो सकता है।
करियर संबंधी निर्णय: इस अवधि के दौरान कोई नया काम या व्यवसाय शुरू करने से बचें, क्योंकि इससे पेशेवर जीवन में तनाव बढ़ सकता है।
विवाह योजनाओं में देरी: होलियाष्टक के दौरान विवाह की योजना बनाना या संपन्न करना अशुभ माना जाता है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इससे जोड़े के जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
नामकरण समारोह और मुंडन संस्कार: होलियाष्टक के दौरान नवजात शिशुओं के नामकरण समारोह या मुंडन संस्कार से भी परहेज किया जाता है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इसका बच्चे पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
कुल मिलाकर, संभावित नकारात्मक परिणामों को कम करने के लिए होलियाष्टक अवधि के दौरान सावधानी से चलने और महत्वपूर्ण जीवन की घटनाओं या निवेशों को शुरू करने से बचने की सलाह दी जाती है।