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Ajab-Gajab News: अद्भुत है इस मंदिर में रखा सदियों पुराना घड़ा, लाखों लीटर पानी डालने के बाद भी आज तक नहीं भरा  

Ajab-Gajab News: एक ऐसा चमत्कारी घड़ा स्थित है जो कभी भी भरता नहीं हैं। लाखों लीटर पानी डालने के बावजूद उसमें पानी भरने की जगह बनी रहती है। इस मंदिर के बारे में प्रचलित पौराणिक कथा के अनुसार, करीब 800 साल पहले इस गांव में बाबरा नामक एक राक्षस रहता था

नई दिल्ली। भारत में कई ऐसे रहस्यमयी मंदिर हैं, जिनके बारे में जानकर वैज्ञानिक भी हैरान हैं। सालों साल शोध करने के बाद भी मंदिरों में होने वाले चमत्कारों का पता नहीं लगा सके हैं। ऐसे ही चमत्कारी मंदिरों में से एक है राजस्थान के पाली में स्थित माता ‘शीतला का मंदिर’। राजस्थान के पाली में भटुड नामक गांव में एक ऐसा चमत्कारी घड़ा स्थित है जो कभी भी भरता नहीं हैं। लाखों लीटर पानी डालने के बावजूद उसमें पानी भरने की जगह बनी रहती है। इस मंदिर के बारे में प्रचलित पौराणिक कथा के अनुसार, करीब 800 साल पहले इस गांव में बाबरा नामक एक राक्षस रहता था, जो किसी भी शादी में दूल्हे को मार देता था। इस समस्या के समाधान के लिए गांव के पुजारियों ने माता शीतला की पूजा कर उनसे राक्षस को मारने का विनम्र अनुरोध किया। इसके बाद भक्तों की पुकार सुनकर मां साक्षात प्रकट हुईं और उन्होंने उसे अपने घुटने के नीचे दबोच लिया।

माता की शक्ति के आगे असुर ने हार मान ली और मां से पाताल लोक भेजने का आग्रह किया। लेकिन उससे पहले उसने अपने प्यासे होने की बात कह कर पानी पिलाने का आग्रह किया। तब से ही घड़े में जल डालने की पंरपरा की शुरु हो गई। इस मंदिर को साल में दो बार खोला जाता है। मंदिर के पट जब भी खोले जाते हैं, माता के दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। पूरे गांव की महिलाएं पूजा-अर्चना के बाद घड़े में पानी डालती हैं, लेकिन आज तक घड़ा नहीं भर पाया है। वो पानी आखिर जाता कहां है इस रहस्य का पता आज तक नहीं लग सका है।

कहा जाता है कि घड़े का पूरा पानी राक्षस पी जाता है। लेकिन पानी से भरे घड़े में जैसे ही मां के चरणों में चढ़ा हुआ दूध डाला जाता है, वैसे ही घड़ा भर जाता है। मंदिर में ये घड़ा सदियों से रखा हुआ है। ऐसी मान्यता है कि पूरी श्रद्धा और भक्ति भाव से माता की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

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