नई दिल्ली। कंगना रानौत (Kangana Ranaut) बॉलीवुड की प्रसिद्ध अभिनेत्री (Bollywood Actress) है। इन्होने बॉलीवुड की कई प्रसिद्ध फिल्मों में काम किया है। ये बॉलीवुड में फैशनेबल हस्तियों में से एक मानी जाती है। इन्हें अपनी फिल्म्स के लिए कई पुरस्कार भी जीते हैं। आज इनकी कुड़ली (Kangana Ranaut Horoscope) में एक नजर डालते हैं।
कंगना का जन्म 23 मार्च, 1987 में हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में भांबला मंडी स्थित पैतृक आवास पर हुआ हैं। इनका जन्म लग्न और राशि धनु बनता हैं जिनका स्वामी बुध, तृतीय भाव मे स्थित हैं, कुम्भ राशिस्थ होकर। जन्म के समय ग्रहों की स्थिती के कारण इनकी कुड़ली में सूर्य, बृहस्पति ओर राहु, मीन राशि में स्थित हैं,चतुर्थभाव में। धन भाव में, शुक्र, मकर राशि में स्थित हैं। 12वें भाव मे शनि, वृश्चिक राशि ओर ज्येष्ठा नक्षत्र में स्थित हैं।
मेष राशि का स्वामी मंगल, जो साहस और पराक्रम का प्रतीक है, पंचम भवस्थ हैं। लग्न का चंद्रमा, पंचम में मंगल के साथ, महालक्ष्मी योग बन रहा हैं। इसके साथ साथ साइन ऑफ लियो में बृहस्पति के पारगमन से सूर्य कुंडली में ग्रहों के साथ अंतर-संबंध बना रहा है। धनु राशि की कुंडली में लग्न भाव का चंद्रमा कंगना को पारस पत्थर बनाता है, इसलिए वह सफल होंगी और साथ रहने वाले को भी सफलता देंगी। वहीं, कंगना की कुंडली में त्रिक का राहु उन्हें अपने शुत्र से अधिक ताकतवर बनाकर शत्रु हंता बनाता है। गुरु, राहु का चाण्डाल भी असरकारी रहेगा। शनि, गुरु की युति भी उनको लाभ देगी। पूर्वाभास या शत्रुहन्ता स्थिती बनाती हैं। शत्रु कोई भी हो, उसकी हार होगी। यह चन्द्रमा, मूल नक्षत्र के चतुर्थ चरण मे हें।
उनका जन्म कृष्ण पक्ष की अष्टमी को अर्थातजय तिथि में हुआ जो बहुत महत्वपूर्ण हैं। उनका गण-राक्षस, वर्ण-क्षत्रिय,तत्व- वायु, करण – कौलव के चर में हुआ हैं। मनुष्य गण तथा देव गण वाले लोग सामान्य होते हैं। जबकि राक्षस गण वाले जो लोग होते हैं उनमें एक नैसर्गिक गुण होता है कि यदि उनके आस-पास कोई नकरात्मक शक्ति है तो उन्हें तुरंत इसका अहसास हो जाता है। कई बार इन लोगों को यह शक्तियां दिखाई भी देती हैं, लेकिन इसी गण के प्रभाव से इनमें इतनी क्षमता भी आ जाती है कि वे इनसे जल्दी ही भयभीत नहीं होते। राक्षस गण वाले लोग साहसी भी होते हैं तथा विपरीत परिस्थिति में भी घबराते नहीं हैं। इनकी कुड़ली में कुंभ राशि में बुध पर 3से भाव में है एवम 10वें घर में कन्या का का केतु अपना स्थान बनाये है। इसके साथ ही बृहस्पति ने कन्या में केतु पर ट्रांजिट किया है। इनके जीवन में कई उतार चढाव आयेंगे। कंगना की कुड़ली में केतु के पारगमन के कारण, जीवन एक मोड़ ले सकता हैं।
बुध निर्णय लेने की क्षमता, विवेक, तर्क का प्रतिनिधित्व करता है, बुध का स्थानांतरित होने से अच्छे परिणाम मिलेंगे। मणिकर्णिका नाम कंगना Ranaut के जीवन का टर्निंग प्वाइंट है। इस नाम से बनी फिल्म से फिल्म निर्माण के क्षेत्र में उनकी विशिष्ट पहचान बनी तो इसी को लेकर कंगना ने मणिकर्णिका नाम से अपना ऑफिस भी बनवाया। धनु राशि की कंगना रणौत के साथ इस नाम से एक मजबूत पहचान उनके कुंडली के ग्रह दशा के अनुकूल है।ज्योतिषाचार्य पण्डित दयानन्द शास्त्री जी के अनुसार, मणिकर्णिका का मुम्बई में तोड़ा कार्यालय भी उन्हें प्रसिद्धि देगा। अगर किसी को लगता है कि मौजूदा स्थितियां कंगना को विचलित करेंगी तो वह भ्रम में है। कंगना की कुंडली मे वर्तमान में चन्द्रमा की विंशोत्तरी महादशा चल रही है, 28 अक्टूबर 2014 से जो अक्टूबर 2024 तक रहेगी। अंतर्दशा बुध की जनवरी 2022 तक चल रही जो उनके सम्मान, प्रभाव में वृद्धि करेगी।चन्द्रमा, लग्नेश होकर लग्नस्थ ही हैं।
‘मणिकर्णिका’ पर चला बुलडोजर कंगना को राजनीति मुकाम दिलाने का पायदान बनेगा। अगर कंगना ने राजनीति में जाने का निर्णय लिया तो वहां भी सफलता मिलनी तय है। पंडित दयानन्द शास्त्री जी ने बताया कि कंगना रणौत की कुंडली में ग्रहों की चाल और दशाएं बता रही हैं कि यह वह वक्त है, जब लोग कंगना की हिम्मत देखेंगे और उनके साथ जुड़ेंगे। इस तरह की बाधाएं कंगना को मजबूत करेंगी। ये अपनी फिल्म में बोल्ड और कठिन भूमिकाओं में देखेंगी। कन्या के बृहस्पति में संक्रमण से इनके लिए शुभ होगा। शनि का पारगमन विभिन्न मोर्चों पर परीक्षण करेगा। शनि ग्रहों के बीच सैटर्न रिटर्न से कुछ कानूनी विवादों को जन्म दे सकता है।