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Narsingh Jayanti 2022: भगवान नरसिंह की जयंति आज, जानिए कहां-कहां मौजूद इनके मंदिर?

नई दिल्ली। धरती पर जब-जब पाप बढ़ा है, भगवान विष्णु ने एक नया अवतार धारण कर बुरी शक्तियों का सर्वनाश किया है। उसी कड़ी में भगवान विष्‍णु ने नरसिंह के रूप में अपना चौथा अवतार लिया। भगवान विष्णु ने हिरण्‍यकश्‍यप का संहार करने के लिए नरसिंह का अवतार लिया। जिस दिन भगवान नरसिंह ने अवतार लिया था, उस दिन वैशाख मास के शुक्‍ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि थी। इस बार ये तिथि 14 मई को पड़ रही है। आइए जानते हैं, देश में कहां-कहां है स्थित है इनका मंदिर…

बिहार का प्रसिद्ध मंदिर

पौराणिक मान्‍यओं के अनुसार, बिहार के पूर्णिया जिले में वो मंदिर स्थित है, जहां पर नरसिंह भगवान का अवतार हुआ था। मंदिर के पुजारी का कहना है कि यहां आज भी वो स्‍तंभ मौजूद है, जिसमें से नरसिंह भगवान प्रकट हुए थे। वहीं, बनमनखी के सिकलीगढ़ धरहरा में भगवान नृसिंह ने हिरण्यकश्यप का अंत किया था। यहां पर हर वर्ष होलिका दहन का उत्‍सव भी बहुत धूमधाम से मनाया जाता है।

हरदोई का प्रहलाद कुंड

एक दूसरी कथा के अनुसार, भगवान नरसिंह की अवतार स्‍थली यूपी का एक प्रसिद्ध स्थान हरदोई जिला है। हिरणाकश्यप नास्तिक था और अपने शहर में वो किसी को भगवान का नाम नहीं लेने देता था। इसलिए पहले इस स्‍थान का नाम ‘हरिद्रोही’ था। इसी स्थान पर होलिका जली थी और प्रहलाद बच गए थे, इसलिए इस स्थान को ‘प्रह्लाद कुंड’ के नाम से भी जाना जाता है।

इटावा का प्रसिद्ध नरसिंह मंदिर

उत्‍तर प्रदेश के इटावा जिले में स्थित नरसिंह भगवान के इस मंदिर को पद्मनाभ मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। कहा जाता है, यहां भी भगवान विष्णु नरसिंह अवतार में प्रकट हुए थे।

दक्षिण भारत में नरसिंह भगवान के मंदिर

इसके अलावा नरसिंह भगवान के कई मंदिर दक्षिण भारत के अलग-अलग शहरों में भी स्थित हैं। दक्षिण भारत के तेलंगाना में यदागिरि गुट्टा नरसिम्हा मंदिर स्थित है। विशाखापट्टनम में सिंहाचलम मंदिर है। आंध्र प्रदेश में ‘अहोबिलम नरसिम्हा स्वामी मंदिर’ और कर्नाटक में ‘मेलकोट योग नरसिम्हा मंदिर’ स्थित है।

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