नई दिल्ली। सावन का महीना आज मंगलवार, 4 जुलाई 2023 से शुरु हो गया है। सावन के महीने के पहले दिन आज शिव मंदिरों में लोग सुबह से ही शिवलिंग पर जल चढ़ाने और पूजा-पाठ के लिए पहुंच रहे हैं। वैसे तो भोलेनाथ मात्र एक लोटा चढ़ाने से ही भक्तों की हर मनोकामना पूरी कर देते हैं लेकिन अगर आप चाहते हैं भोलेनाथ आपके ऊपर सदैव अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखे तो आपको शिवलिंग पर पंचामृत जरूर चढ़ाना चाहिए।
शिवलिंग पर पंचामृत चढ़ाने का होता है खास महत्व
शास्त्रों में इस बात का उल्लेख है कि शिवलिंग पर कई चीजें चढ़ाना शुभ होता है। खासकर पंचामृत शिवलिंग पर अर्पित करना शुभ माना जाता है। पंचामृत के अभिषेक से व्यक्ति को शुभ फलों की भी प्राप्ति होती है लेकिन इसे बनाते समय कई बातों का ख्याल रखना जरूरी होता है। अगर पंचामृत शुद्ध और सही तरीके से बना हो तो ही इसके शुभ परिणाम मिलते हैं। आज हम आपको बताएंगे कैसे पंचामृत बनाना है…
पंचामृत बनाते समय न करें ये गलतियां
शिवलिंग पर दूध, जल, घी, शहद, गन्ने का रस जैसी कई चीजें चढ़ाई जा सकती है लेकिन अगर आप शिवलिंग पर पंचामृत चढ़ाने की सोच रहें हैं तो इस बात का ख्याल रखें कि पंचामृत बनाते समय सफाई ध्यान में रखनी चाहिए। अगर आप पंचामृत बनाते समय शुद्धता का ख्याल नहीं रखते, इसमें खराब चीजें या गंदे हाथों से इसे बनाते हैं तो आपको भोलेनाथ का प्रकोप झेलना पड़ सकता है। ऐसे में सही विधि से ही पंचामृत बनाएं।
इस तरह से बनाए पंचामृत
पंचामृत…जैसे की नाम से ही समझा जा सकता है कि इसे पांच चीजों को मिलाकर बनाया जाता है। इसमें आपको दूध, दही, घी, शक्कर और शहद निश्चित मात्रा में मिलाना होता है। जो लोग इन सामग्रियों की सही मात्रा नहीं जानते वो नीचे बताए गए तरीके से पंचामृत बनाएं।
पंचामृत बनाते समय जितना दूध ले रहे हैं यानी अगर आप 1 किलो दूध ले रहे हैं तो उसका आधा यानी आधा किलो दही लें। अब आधा किलो दही लेने के बाद उसका आधा यानी पाव भर शक्कर मिलाएं। अब शक्कर का आधा यानी 125 ग्राम शहद मिलाएं और शहद का आधार पचास ग्राम के करीब इसमें घी मिलाएं। अब इस पूरे मिश्रण को मिला लें। इस विधि से पंचामृत बनाते समय सफाई का भी ख्याल रखें।
डिस्क्लेमर: ऊपर दिए गए लेख की जानकारी मान्यताओं पर आधारित है। NewsroomPost इस तरह की किसी जानकारी का दावा नहीं करता है।