नई दिल्ली। शिव-पार्वती पुत्र भगवान गणेश को प्रथम पूजनीय कहा जाता है। यही वजह है कि हर शुभ काम और पूजा पाठ में सबसे पहले गणेश जी की पूजा की जाती है। भगवान गणेश विघ्नहर्ता के नाम से भी जाना जाता है। कहते हैं जो भी गणेश जी की सच्चे मन से आराधना करता है तो भगवान उनके सभी दुख, संकट (विघ्न) दूर कर देते हैं। हर साल माघ महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी पर सकट चौथ मनाई जाती है। सकट चौथ को कई जगहों पर तिल चतुर्थी, माघी चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन चंद्र देव और भगवान गणेश की पूजा की जाती है। महिलाएं अपनी संतान की खुशहाली, सुख-समृद्धि, लंबी उम्र के लिए इस दिन व्रत भी करती हैं। कहते हैं जो इस दिन व्रत करता है उसके सभी दुखों को गणपति बप्पा हर लेते हैं। तो चलिए जानते हैं कब मनाई जाएगी सकट चौथ (Sakat chauth 2023) और क्या है पूजा विधि
सकट चौथ कब है? (Sakat chauth 2023 Date)
इस साल 2023 में सकट चौथ 10 जनवरी, मंगलवार को मनाई जाएगी। इस दिन गणपति बप्पा की सच्चे मन से आराधना करने पर व्यक्ति के संकट दूर होते हैं। अगर कोई दंपत्ति निसंतान है तो उन्हें इस दिन गणपति बप्पा की पूजा और व्रत करना चाहिए। इससे उन्हें संतान प्राप्ति होती है।
इस तरह से करें पूजा
- सुबह जल्दी उठकर स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें.
- अब पूजा और जो लोग व्रत रख रहे हैं वो उसका संकल्प लें.
- दिन भर आपको जलधार या फिर फलाहार रहना है.
- शाम के समय गणेश जी की विधि विधान के साथ पूजा करें.
- अब उन्हें तिल के लड्डू, दूर्वा और पीले पुष्प चढ़ाएं.
- चंद्रमा को अर्घ्य दें लेकिन इस दौरान अपनी निगाहें नीचे रखें.
- आपको गणेश के मंत्रों का जाप करते हुए अपनी इच्छा पूर्ति की कामना करनी चाहिए.