नई दिल्ली। स्कंद षष्ठी (Skanda Shashti) आज यानी 19 मार्च को मनाई जा रही है। ये भगवान कार्तिकेय (Lord Kartikeya) को समर्पित है। भगवान कार्तिकेय शिवजी के बड़े पुत्र हैं। इसे खासतौर पर दक्षिण भारत में मनाया जाता है। इस दिन भक्त भगवान कार्तिकेय को प्रसन्न करने के लिए व्रत करते हैं और उनसे आर्शिवाद प्राप्त करते हैं। आपको बता दें कि भगवान कार्तिकेय को भगवान स्कंद के नाम से भी जाना जाता है।
मान्यता है कि अगर स्कंद षष्ठी के दिन भक्त पूरे विधि-विधान के साथ भगवान कार्तिकेय की पूजा करें तो उसके जीवन से सभी प्रकार की कठिनाइयां दूर हो जाती हैं। साथ ही संतान के कष्ट भी कम हो जाते हैं। कहा तो ये भी जाता है कि स्कंद षष्ठी के दिन भगवान कार्तिकेय ने तारकासुर नामक राक्षस का वध किया था।
ऐसे करें भगवान कार्तिकेय की पूजा
— स्कंद षष्ठी के दिन सुबह जल्दी उठें, स्नान आदि कर व्रत का संकल्प लें।
— इसके बाद पूजा स्थल पर शिव-गौरी की प्रतिमा के साथ भगवान कार्तिकेय की प्रतिमा को स्थापित करें।
— फिर उनका जल, फल-फूल, मेवा, दीपक, अक्षत, हल्दी-चंदन, दूध-घी से पूजा करें।
— आखिरी में भगवान कार्तिकेय की आरती करें।
— फिर शाम में भजन-कीर्तन और पूजा कर दोबारा आरती करें और फलाहार कर पारण करें।