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Chaitra Navratri 2021: इस साल नवरात्रि पर 90 साल बाद बन रहे शुभ योग, यहां पढ़ें कलश स्थापना विधि

नई दिल्ली। चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri) आज से शुरू हो गए हैं। इस बार माता रानी घोड़े पर सवार होकर आएंगी। हिंदू धर्म में ये पर्व धूम-धाम से मनाया जाता है। नौ दिन के इस महापर्व में कई शुभ योग बन रहे हैं। बता दें कि नवरात्रि में मां दुर्गा (Godess Durga) के 9 रूपों को पूजा जाता है। माना जाता है कि अगर 9 देवियों की पूरे मन से पूजा की जाए तो मां प्रसन्न होकर आशीर्वाद देती हैं।

90 साल बाद बन रहा शुभ योग

यूरोपीय सभ्यता के बढ़ते चलन के कारण एक जनवरी को नववर्ष मनाया जाता है। देश में कई लोग ऐसे हैं जो कई लोग अंग्रेजी पंचाग के अनुसार नववर्ष 1 जनवरी को ही मनाते हैं, लेकिन हमारे देश में एक बड़ा वर्ग चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को नववर्ष का उत्सव मनाता है। ये हिंदू समाज का नव वर्ष है।

कलश स्थापना विधि

जहां कलश स्थापना करनी है उस स्‍थान को अच्‍छी तरह साफ कर लें। फिर लकड़ी का पटरा रखें। उस पर लाल कपड़ा बिछा लें। मिट्टी के बर्तन में जौ बो दें। इसी बर्तन पर जल से भरा हुआ कलश रखें। कलश का मुख खुला ना छोड़ें उसे ढक्‍कन से ढक दें। जिसके अलावा कलश पर रखा ढक्कन खाली ना छोड़ें, उसमें चावल भर दें। कलश के बीचों बीच एक नारियल रखें। अब दीप जलाएं और कलश पूजन करें।

घटस्थापना का शुभ मुहूर्त

घटस्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 05 बजकर 28 मिनट से सुबह 10 बजकर 14 मिनट तक।

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