वॉशिंगटन। अमेरिकी स्पेस कंपनी नासा (NASA) के बारे में यह कहा जाता है कि वह अपने समय से बहुत आगे हैं। यह बात काफी हद तक सही भी है क्योंकि नासा लगातार मानवता को एक नई दिशा की ओर ले जाने के लिए प्रयासरत रहता है। नई-नई तकनीकों को ईजाद करता है। अब नासा एक ऐसी नई टेक्नोलॉजी पर कार्य कर रहा है, जो बेहद चर्चाओं में है और जिसके बारे में दावा किया जा रहा है कि इससे इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग वर्तमान की तुलना में काफी तेज हो जाएगी। नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन ने एक नई तकनीक विकसित करने का दावा किया है, जो इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग प्रक्रिया को अब की तुलना में काफी तेज बना देगी।
नासा का दावा है कि यह नई और एडवांस टेक्नोलॉजी हाई पावर वाले डीसी चार्जिंग स्टेशनों के लिए उपयोगी हो सकती है। दावा है कि इस टेक्नोलॉजी से गाड़ी मिनटों में चार्ज हो जाएगी। अगर नासा ऐसा करने में सफल में सफल हो पाता है तो इलेक्ट्रिक कार लेने वाले लोगों की बड़ी समस्या हल हो जाएगी। इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए पर्ड्यू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर इस्साम मुदावर ने बताया कि नासा की एक टीम ने एक फ्लो बॉयलिंग एंड कंडेनसेशन211 एक्सपेरिमेंट टेक्नोलॉजी विकसित की है, जिसने अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर माइक्रोग्रैविटी इन्वायरमेंट में डबल स्टेज के एलीमेंट फ्लो और हीट ट्रांसफर एक्सपेरिमेंट को सक्षम किया है।