अवैध तरीके से अमेरिका में रह रहे भारतीयों को हथकड़ी लगाकर भेजे जाने पर विपक्ष सिर्फ इसलिए प्रदर्शन कर रहा है कि कहीं भारत भी अमेरिका की तर्ज पर अवैध तरीके से रह रहे बांग्लादेशियों को बाहर न निकालना शुरू कर दे। ऐसा लगता है कि इस मामले में बयान दे रहे तमाम नेताओं की चिंता भारतीयों को लेकर नहीं बल्कि इसलिए है कि अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी उनके वोटर हैं। यदि भारत भी सख्ती करेगा तो उनका वोट बैंक कम हो जाएगा।
अमेरिका में अवैध रूप से जाकर रह रहे भारतीयों को अमेरिका ने हथकड़ी लगाकर भेजा तो विपक्ष ने राजनीति करना शुरू कर दिया। इस मामले को लेकर विपक्ष के नेताओं ने प्रदर्शन भी किया। यह बात ठीक है कि उनको हथकड़ी नहीं लगाई जानी चाहिए थी और मानवीयता दिखाई जानी चाहिए थी, लेकिन इस बात को लेकर राजनीति करना और सरकार पर सवाल उठाना भी तो नैतिकता नहीं है।
किसी भी देश की संप्रभुता का सम्मान करना और उसके कानूनों का पालन करना हर व्यक्ति की जिम्मेदारी होती है। अवैध रूप से दूसरे देश में जाने वालों के लिए सख्त नियम होते हैं और उनका उल्लंघन करने पर कार्रवाई स्वाभाविक है। ऐसे में यदि अमेरिका अवैध रूप से उसके यहां घुसने वालों को निकाल रहा है तो गलत क्या कर रहा है?
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी कह रही हैं कि मोदी जी और ट्रंप जी बहुत अच्छे दोस्त हैं फिर मोदी जी ने ऐसा क्यों होने दिया? प्रियंका गांधी बताएं क्या सरकार ने उन्हें वहां भेजा था या क्या वह किसी के बुलावे पर अमेरिका गए थे? बिना बुलाए किसी देश में अवैध तरीके घुसना, वहां रहना तो कानून का उल्लंघन ही है ऐसे में कार्रवाई तो होगी ही।
भारत में अवैध रूप से रहे बांग्लादेशियों की संख्या लगभग पांच करोड़ है। यह संख्या 2014 में सीबीआई के डायरेक्टर रहे जोगिंदर सिंह ने बताई थी। वर्तमान में यह संख्या और भी ज्यादा बताई जा रही है। देश के विभिन्न राज्यों में ये लोग अवैध तरीके से रह रहे हैं। फर्जी दस्तावेजों से ये आधार कार्ड और वोटर कार्ड बनवाने में भी कामयाब हो जाते हैं। आए दिन ऐसे घुसपैठिए पकड़े भी जा रहे हैं।
पश्चिम बंगाल में तो बड़ी संख्या में अवैध तरीके से घुसपैठ कर आए बांग्लादेशी रहे रहे हैं। आखिर क्यों ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल में एनआरसी लागू करने का विरोध करती हैं? पिछले साल लोकसभा चुनावों से पहले उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा था कि पश्चिम बंगाल में एनआरसी लागू नहीं होगा। इसका तो एक ही अर्थ है कि वे अवैध रूप से घुसपैठ कर वहां पर घुस आए बांग्लादेशियों को इसलिए संरक्षण दे रही हैं क्योंकि वह उनका वोट बैंक है। उनका वोट बैंक खराब न हो इसलिए उन्होंने ऐसा बयान दिया था।
स्पष्ट तौर पर मुस्लिम और यादव की राजनीति करने वाले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव सरकार पर निशाना साधते हुए कह रहे हैं कि ये सपना दिखा रहे थे भारत विश्वगुरू बन गया है। पर सरकार अब मौन है। अमेरिका ने भारतीयों को बेड़ियां लगाकर दास की तरह भेजा है। विदेश मंत्रालय क्या कर रहा है? अखिलेश यादव बताएं कि भारत के विश्वगुरु होने का इस बात से क्या मतलब है? विश्व गुरु होने का अर्थ दूसरों को अच्छा आचरण सिखाना होता है या फिर दूसरे के घर में जबरन घुस जाना। यदि अमेरिका अवैध तरीके से घुस आए लोगों पर कार्रवाई कर रहा है तो इसमें भारत का विदेश मंत्रालय क्या करेगा।
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा कह रहे हैं कि भारतीयों को हथकड़ी लगाकर उनका अपमान किया गया। लोगों की तस्वीर देखकर उन्हें पीड़ा हुई। पवन खेड़ा बताएं कि तब उन्हें पीड़ा नहीं होती जब उनके नेता राहुल गांधी विदेश के मंचों से भारत में लोकतंत्र को बचाने की गुहार लगाते हैं? विदेशी ताकतों से यह कहते हैं कि उन्हें भारत में लोकतंत्र को बचाने के लिए आगे आना चाहिए। क्या यह वैश्विक मंच पर भारतीयों का अपमान नहीं है? क्या यह संविधान का अपमान नहीं है। अब उन्हें पीड़ा हो रही है।
असलियत में जो भी भारतीय अवैध तरीके से अमेरिका गए वे सब अपराधी हैं और भारत की साख पर बट्टा उनके इस कृत्य से लगा है और यदि अमेरिका उन घुसपैठियों को निकाल रहा है तो कुछ भी गलत नहीं कर रहा है, विपक्ष को इस मामले में ओछी राजनीति नही करनी चाहिए।
डिस्कलेमर: उपरोक्त विचार लेखक के निजी विचार हैं ।