ब्लॉग

Namami Gange : गंगा में रोजाना प्रवाहित हो रहा कई हजार करोड़ लीटर प्रदूषित जल, एनजीटी की ताजा रिपोर्ट में खुलासा

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी राजनीतिक लाभ के लिए धार्मिक भावनाओं का शोषण करते हुए, नागरिकता संशोधन अधिनियम को निंदनीय तरीके से पुनर्जीवित करके अपने डूबते जहाज को बचाना चाहते हैं।

Lok Sabha elections: राहुल गांधी ने राफेल विमानों के मुद्दे को लेकर पिछली बार हर तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाया और भाजपा को घेरने की कोशिश की लेकिन वह सफल नहीं हो सके। यहां तक कि उन्हें " चौकीदार चोर है" कहने पर सर्वोच्च न्यायालय में माफी भी मांगनी पड़ी। अडानी हिंडनबर्ग मामले में जब हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आई थी तो संसद में राहुल गांधी ने बड़े-शोर से भाषण दिया था।

चुनाव से पहले या परिणाम आने के बाद विरोधी दलों का आपस में गठजोड़ होना कोई नई बात नहीं है परंतु किसी दो दलों में एक स्थान पर तो गठबंधन हो और दूसरी जगह पर वही दल एक-दूसरे से भिड़ते दिखें तो यह लोकतंत्र में कहीं भी स्वीकार्य नहीं होना चाहिए।

उधर सपा के यादव वोटरों को साधने के लिए भाजपा ने अपना तीर तरकश से निकाल दिया है। भाजपा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के जरिए यूपी में यादव बिरादरी के बीच पैठ बनाना चाहती है।

गुजरात में 1990 के बाद से कांग्रेस की वापसी नहीं पाई है। दिल्ली में 2013 तक दिल्ली लगातर तीन बार कांग्रेस सत्ता में रही थी। आम आदमी पार्टी का उदय होने के साथ कांग्रेस तब से लगातार दिल्ली की सत्ता से बाहर है। दिल्ली में कांग्रेस के पास नेतृत्व ही नहीं है। महाराष्ट्र में कभी कांग्रेस का एक छत्र राज्य था।

मोदी बोले, आज चारों तरफ एक ही बात सुनाई देती है ‘अबकी बार 400 पार।‘ पहली बार ऐसा हुआ है, जब जनता ने खुद अपनी प्रिय सरकार की वापसी के लिए ऐसा नारा बुलंद कर दिया है। हम देश को तीसरी बड़ी आर्थिक शक्ति बनाने के लिए आगामी चुनाव में उतर रहे हैं।

दरअसल भारत में छोटे और सीमांत किसानों के समूह, मध्यम और बड़े किसानों के बीच एक बड़ा अंतर है। यह अंतर है भूमिका। भारत के 85 प्रतिशत किसान ऐसे हैं जिनके पास दो हेक्टेयर से कम भूमि है। यानी बाकी की भूमि बड़े किसानों के पास है। अब ऐसे में सब किसानों के हित समान कैसे हो सकते हैं।

Ayodhya Ram Mandir Pran Pratistha: निश्चय ही, 22 जनवरी, 2024 को उद्घाटित होने वाला राम मंदिर पांच सौ वर्ष की संघर्ष यात्रा की परमसिद्धि और परमप्राप्य है। यह मंदिर सिर्फ हिंदुओं की उपासना/आराधना का केंद्र नहीं, अपितु अखिल भारत की सामूहिक आकांक्षाओं और आध्यात्मिक चेतना का साकार रूप है। यह भारत की नवोन्मेषी आत्मा का विराट स्वरूप है।

Latest