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Adani Group: अडानी ग्रुप ने उठाया एक और बड़ा कदम, वक्त से पहले चुकाया 2.65 अरब डॉलर का लोन, निवेशकों में दिख सकता है उत्साह

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मुंबई। शॉर्ट सेलर हिंडेनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद से मुश्किलों के भंवर में फंसे अडानी ग्रुप ने बड़ा कदम उठाते हुए 2.65 अरब डॉलर का लोन वक्त से पहले चुका दिया है। इस लोन को 31 मार्च तक चुकाना था। अडानी ग्रुप ने इससे पहले अपने कई लोन भी वक्त से पहले चुका दिए थे। मौजूदा लोन को अडानी ग्रुप ने शेयर्स के बदले लिया था। ग्रुप की तरफ से ये जानकारी दी गई है। अडानी ग्रुप ने ये भी कहा है कि वो अंबुजा सीमेंट के 4 से 5 फीसदी शेयर बेचेगा। इससे कंपनी को 450 मिलियन डॉलर मिलने की उम्मीद है। अडानी ग्रुप ने ये जानकारी भी दी है कि उसने अंबुजा सीमेंट को खरीदने के वक्त जो 500 मिलियन डॉलर लिए थे, वो भी समय से पहले चुकाया है। ग्रुप के इन कदमों से निवेशकों का भरोसा उसपर और बढ़ेगा।

अडानी ग्रुप ने बताया है कि अंबुजा और एसीसी सीमेंट को 6.6 अरब डॉलर में उसने खरीदा था। इसमें निवेशकों का 2.6 अरब डॉलर भी लगा हुआ है। अंबुजा सीमेंट के लोन को चुकाने के बारे में ग्रुप का कहना है कि कंपनी में इक्विटी योगदान को बढ़ाने के लिए प्रमोटर्स से किए वादे के तहत किया गया है। अडानी ग्रुप के शेयरों में बीते कुछ समय से अच्छी खरीदारी देखने को मिली है। ऐसा अमेरिकी कंपनी जीक्यूजी पार्टनर्स की तरफ से किए गए भारी-भरकम निवेश के कारण हुआ है। जीक्यूजी पार्टनर्स ने अडानी ग्रुप की 4 कंपनियों में 15446 करोड़ रुपए का निवेश किया है। अडानी ग्रुप के संकट में पड़ने के बाद ये सबसे बड़ा निवेश रहा।

इस साल 24 जनवरी को हिंडेनबर्ग रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में गौतम अडानी के स्वामित्व वाले ग्रुप पर कई आरोप लगाए थे। हिंडेनबर्ग के मुताबिक अडानी ग्रुप ने अपने शेयरों की कीमत में गलत तरीके से उछाल पैदा किया। साथ ही खातों में भी गड़बड़ी का आरोप उसने लगाया था। जिसके बाद गौतम अडानी का साम्राज्य हिल गया था। गौतम अडानी इस रिपोर्ट से पहले दुनिया के तीसरे नंबर के अमीर थे। अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों की कीमत में लगातार गिरावट से वो गिरकर 37वें नंबर पर पहुंचे थे। हालांकि, बीते दिनों जब कंपनी के शेयर उठने लगे, तो गौतम अडानी 21वें नंबर पर आ गए थे।

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