News Room Post

Karan Adani News: अडानी ने बेटे को सौंपी ACC सीमेंट की कमान, खुद संभाला ये पद

नई दिल्ली। एशिया और भारत के सबसे बड़े पूंजीपतियों में शामिल गौतम अडानी (Gautam Adani) ने अंबुजा सीमेंट्स (Ambuja Cements) और एसीसी (ACC) में होल्सिम (Holcim) की पूरी हिस्सेदारी खरीद ली है। उन्होंने ये डील करीब 6.4 अरब डॉलर में तय की। इस डील के साथ ही अडानी ग्रुप एक ही झटके में देश की दूसरी सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी बन गया है। गौतम अडानी ने अंबुजा सीमेंट के चेयरमैन के पद की जिम्मेदारी संभाली है। वहीं, ACC की कमान उन्होंने अपने बड़े बेटे करण अडानी (Karan Adani) को सौंप दी है। गौरतलब है कि किसी समय में ACC में टाटा ग्रुप की भी हिस्सेदारी थी लेकिन साल 1999 में इसे अंबुजा सीमेंट्स को बेच दिया था। बता दें, हाल ही में अडानी ग्रुप ने टाटा ग्रुप को पछाड़कर देश का सबसे मूल्यवान बिजनस ग्रुप का खिताब भी हासिल किया है। गौरतलब है कि वर्तमान में एसीसी का रेवेन्यू 16,151 करोड़ रुपये है। करण अडानी ऐसे वक्त में इसकी कमान संभालने जा रहे हैं जब सीमेंट सेक्टर में काफी उथलपुथल मचने की संभावना जताई जा रही है।

बता दें, कि इस समय आदित्य बिड़ला ग्रुप की कंपनी अल्ट्राटेक सीमेंट (UltraTech Cement) देश की सबसे बड़ी सीमेंट उत्पादक कंपनी बनी हुई है। लेकिन विशेषज्ञों की मानें तो अडानी ग्रुप के सीमेंट सेक्टर में उतरने के बाद से इसमें गलाकाट होड़ मच सकती है। मिली जानकारी के अनुसार, अडानी ग्रुप ने साल 2030 तक देश की सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी के रूप में उभरने का लक्ष्य तय किया है। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि भविष्य में ये ग्रुप कई अन्य छोटी कंपनियों का अधिग्रहण कर सकता है। साल 1936 में दस सीमेंट कंपनियों ने मिलकर ACC का गठन किया था। किसी जमाने में टाटा की इसमें थोड़ी सी हिस्सेदारी थी। लेकिन साल 1999 में टाटा ने अपनी हिस्सेदारी अंबुजा सीमेंट्स को बेच दी थी। अधिग्रहण के बाद अडानी ग्रुप की इसमें 63.11 प्रतिशत की हिस्सेदारी हो गई है।

करण अडानी की योग्यता

करण अडानी गौतम अडानी के बेटे हैं। उनकी उम्र 35 वर्ष है। मिली जानकारी के अनुसार, करण अडानी ने अंबुजा सीमेंट्स और ACC के अधिग्रहण में मुख्य भूमिका निभाई है। 86 साल पुरानी कंपनी ACC को संवारने का बेड़ा उठाने वाले करन इस समय अडानी पोर्ट्स के सीईओ भी हैं। करण अडानी ने परड्यू यूनिवर्सिटी (Purdue University) से इकनॉमिक्स की डिग्री हासिल की है। इसके बाद उन्होंने मुंद्रा पोर्ट के साथ अपने कॉरपोरेट करियर की शुरूआत की थी।

Exit mobile version