बीजिंग। चीन ने बड़ा कदम उठाते हुए बिटकॉइन समेत सभी क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगा दिया है। चीन में क्रिप्टोकरेंसी रखना, क्रिप्टोकरेंसी से लेन-देन और इसकी ट्रेडिंग करना अवैध घोषित किया गया है। चीन सरकार ने सभी क्रिप्टो वॉलेट भी फ्रीज कर दिए हैं। इससे क्रिप्टोकरेंसी के लिए बड़ा संकट पैदा हो गया है। चीन में साल 2023 के अंत तक 78 मिलियन लोगों के पास क्रिप्टोकरेंसी होने की जानकारी थी। चीन की ओर से बैन के कारण सभी क्रिप्टोकरेंसी के भाव में बीते 2 दिन में 10 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई है।
पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना ने आदेश जारी कर कहा है कि चीन में क्रिप्टोकरेंसी रखना दंडनीय अपराध है। पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना ने अपराध पर रोक और आर्थिक अस्थिरता से निपटने के लिए क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाने की बात कही है। चीन का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसी से उसकी अर्थव्यवस्था को खतरा हो सकता है। चीन ने पहले ही स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय क्रिप्टो एक्सचेंज पर बैन लगाया था। ग्रैंड व्यू रिसर्च की रिपोर्ट में बताया गया था कि बिटकॉइन रखने वालों की संख्या के लिहाज से चीन दुनिया में दूसरे नंबर पर है। ऐसे में चीन की ओर से बिटकॉइन समेत सभी क्रिप्टोकरेंसी पर पूरी तरह बैन लगने से इनकी कीमतों में और भी गिरावट देखने को मिल सकती है।
खास बात ये भी है कि शक्तिकांत दास जब रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानी आरबीआई के गवर्नर थे, उस वक्त उन्होंने क्रिप्टोकरेंसी को देश की अर्थव्यवस्था के लिए बड़ा खतरा बताया था। शक्तिकांत दास ने लगातार क्रिप्टोकरेंसी पर बैन की पैरवी की थी। हालांकि, मोदी सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी को बैन नहीं किया, लेकिन इसकी ट्रेडिंग पर भारी-भरकर टैक्स जरूर लगा दिया। पीएम नरेंद्र मोदी ने भी 2 साल पहले क्रिप्टोकरेंसी के मामले में चिंता जताई थी। अब चीन की ओर से क्रिप्टोकरेंसी बैन लगाने के बाद सबकी नजर भारत पर है।