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Downfall: क्रिप्टोकरेंसी के बाजार में भारी उथलपुथल, बिटकॉइन की कीमत में बड़ी गिरावट

एक बिटकॉइन की कीमत अब लुढ़ककर 42000 डॉलर हो गई है। क्रिप्टोकरेंसी के बाजार में गिरावट का दौर तभी से शुरू हुआ, जबसे मोदी सरकार ने ये एलान किया कि वो संसद के मौजूदा सत्र में इनपर बैन लगाने का बिल लेकर आएगी।

नई दिल्ली। क्रिप्टोकरेंसी के बाजार में आज भी उथलपुथल मची हुई है। तमाम क्रिप्टोकरेंसी गिरावट का रुख दिखा रही हैं। इनमें बिटकॉइन भी है। सबसे ज्यादा बिटकॉइन की ही ट्रेडिंग होती है। बिटकॉइन के भाव में 20 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। एक बिटकॉइन की कीमत अब लुढ़ककर 42000 डॉलर हो गई है। क्रिप्टोकरेंसी के बाजार में गिरावट का दौर तभी से शुरू हुआ, जबसे मोदी सरकार ने ये एलान किया कि वो संसद के मौजूदा सत्र में इनपर बैन लगाने का बिल लेकर आएगी। बिल का स्वरूप क्या होगा, ये अभी पता नहीं चला है, लेकिन क्रिप्टोकरेंसी के बाजार में इस बिल की चर्चा के बाद से उथल-पुथल मची हुई है। पिछले दो दिन से लगातार क्रिप्टोकरेंसी के बाजार में गिरावट देखी जा रही है। गुरुवार को भी बाजार में 0.63 फीसदी की गिरावट देखने को मिली थी। उस दिन क्रिप्टो बाजार में इतनी मारकाट यानी बिकवाली रही कि सभी क्रिप्टो की कीमतों ने गोता लगा दिया था।

पिछले दिनों वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में बताया था कि क्रिप्टोकरेंसी के बारे में एक बिल तैयार किया जा रहा है। उन्होंने बताया था कि सरकार इस बिल को संसद के अगस्त में हुए मॉनसून सत्र में ही लाना चाहती थी। वहीं, वित्त मंत्रालय के अफसरों के मुताबिक क्रिप्टो बाजार के नियमन की तैयारी इस बिल से की जाएगी। साथ ही क्रिप्टोकरेंसी को वैध मुद्रा का भी दर्जा नहीं दिया जाएगा।

बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने सिडनी डायलॉग के दौरान क्रिप्टोकरेंसी पर चिंता जताई थी। मोदी की चिंता इस आभासी मुद्रा से देश के नौजवानों को होने वाले नुकसान के अलावा हवाला कारोबार और आतंकियों को फंडिंग के मसले पर था। दरअसल, क्रिप्टोकरेंसी के बारे में सरकार को अभी कोई जानकारी नहीं मिलती। माना जाता है कि भारत में 10 करोड़ लोग क्रिप्टो की ट्रेडिंग करते हैं, लेकिन किस व्यक्ति ने कितना पैसा इनमें लगाया और वो रकम कहां जा रही है, इसका कोई अता-पता अभी नहीं चल पाता है।

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